शिमला। झंझीड़ी के पास स्थित नेहरा गांव में एक महिला द्वारा खुद पर चाकू से हमले की झूठी कहानी का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस जांच में सामने आया कि 30 वर्षीय महिला ने परिवार का ध्यान आकर्षित करने के लिए यह पूरी साजिश रची थी।
पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की तो प्रारम्भिक जांच में ही पुलिस को बिंदुओं पर आशंका हुई ।पुलिस के अनुसार महिला के स्वेटर का ऊपरी हिस्सा फटा हुआ था, लेकिन चोट काफी नीचे थी। डॉक्टरों ने भी इस पर संदेह जताया कि चोट स्वयं की गई प्रतीत होती है। पुलिस पूछताछ में महिला के बयान में भी विरोधाभास पाया गया। अंततः दबाव में आकर महिला ने सच्चाई स्वीकार कर ली।
पुलिस के अनुसार, महिला के घर में कुछ दिनों में उसके देवर की शादी होनी है। महिला को लग रहा था कि शादी की तैयारियों में उसे पर्याप्त ध्यान नहीं मिल रहा है। इसी कारण उसने खुद को हल्की चोट पहुंचाकर यह झूठी कहानी गढ़ी। महिला मानसिक रूप से हल्की परेशान बताई जा रही है।
थाना प्रभारी मनोज ठाकुर का कहना है कि पुलिस की जांच में महिला पर चाकू से हमले का मामला फर्जी पाया गया है। पुलिस की पूछताछ में महिला ने खुद कबूल किया कि उसने खुद यह कहानी रची थी। बहरहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस अब इस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है।
क्या था पूरा मामला..
दरअसल बीते कल शिमला के झांझीडी के साथ लगते नेहरा गांव में एक महिला पर चाकू से हमले की कथित घटना पेश आई थी। इस मामले में पुलिस को शिकायत मिली ।शिकायत मिलते ही पुलिस ने जांच शुरू की और सभी से पूछताछ की ।इस दौरान महिला ने झूठी कहानी पुलिस को बताई कि दो अज्ञात व्यक्ति पानी पीने के बहाने उसके घर आए और उस पर चाकू से हमला कर दिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए न्यू शिमला पुलिस थाने की टीम तुरंत हरकत में आई और महिला को मेडिकल जांच के लिए आईजीएमएस अस्पताल ले जाया गया।
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