February 15, 2025

हिमाचल अग्निशमन और गृह रक्षा के तीन जांबाज राष्ट्रपति पदक से अलंकृत होंगे

शिमला। गणतंत्र दिवस पर प्रदेश के तीन अधिकारी-कर्मचारियों को भी राष्ट्रपति पुरस्कार मिलेगा। गृह रक्षा एवं नागरिक सुरक्षा व अग्निशमन सेवा में कार्यरत तीन अधिकारी, कर्मचारियों को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सम्मानित किया जा रहा है। इस बार कुल 942 पुलिस, अग्निशमन, नागरिक सुरक्षाकर्मियों को वीरता और सेवा पदक से सम्मानित किया गया है। ये पदक विभिन्न श्रेणियों में दिए गए हैं, जिनमें 95 वीरता पदक भी शामिल हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा है कि पुरस्कार पाने वालों में पुलिस, अग्निशमन, होमगार्ड और नागरिक सुरक्षा कर्मचारियों के साथ ही सुधारात्मक सेवाओं में काम करने वाले कर्मचारी भी शामिल हैं। इसी तरह से हिमाचल से तीन कर्मचारियों और अधिकारियों को शामिल किया गया है।
1. होमगार्ड के कंपनी कमांडर दिनेश कुमार: शिव बावड़ी से 20 शव निकाले थे
ये वर्ष 1993 से स्वंय सेवक के रूप में अपनी सेवा प्रदान कर रहे हैं। विभाग द्वारा जब भी उन्हें किसी कार्य के लिए तैनात किया गया तो उन्होंने उसे पूरी निष्ठा व लग्न के साथ निभाया है। उन्होंने आपदा से निपटने हेतू आम नागरिकों को मॉकड्रिल के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदान किया है। साथ ही दिनेश कुमार ने अगस्त 2023 में शिव बावड़ी में भूस्खलन के दौरान 20 शवों को बाहर निकालने में टीम का नेतृत्व किया है।
2. होमगार्ड के प्लाटून कमांडर बुधराज: निगुलसेरी हादसरे में दो लाेगों को जिंदा निकाला था
ये वर्ष 2012 से स्वयं सेवक के रूप में काम कर रहे हैं। इन्हें वर्ष 2019 में प्लाटून कमांडर के पद पर पदोन्नत किया गया।  वर्ष 2013 में चढ़गांव गांव में भूस्खनल की चपेट में आए मकान से चार शवों व एक जिंदा बच्चे को बाहर निकाला। वर्ष 2019 में एसडीएम काजा के कार्यालय में लगी आग को बुझाने में अहम भूमिका प्रदान की। जिसके लिए उन्हें संबंधित अधिकारी द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। वर्ष 2021 में निगुलसारी में आए भूस्खलन में इन्होंने मलबे में दबे आठ शवों व दो जिंदा लागों को बाहर निकालने में भूमिका निभाई। वर्ष 2023 में जिला किन्नौर में फंसे 20 पर्यटकों सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
3. अग्निशमन अधिकारी ठाकुर दास: ब्यास नदी में गिरी बस से यात्रियों को बचाने में अहम भूमिका निभाई
ये वर्ष 1988 से अग्निशमन विभाग में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहें है। वर्तमान में ये जिला मंडी में बतौर प्रभारी अग्निशमन केंद्र में कार्यरत है। वर्ष 1998 में हिमाचल दिवस के मौके पर जिला मंडी के पास ब्यास नदी में गिरी बस से यात्रियों को बचाने में अहम भूमिका निभाई। जिसके लिए उन्हें प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया था। वर्ष 2024 में राजबन बरोट जिला मंडी में आई बाढ़ के कारण दो मंजिला भवन मलबे में दब गया।  ठाकुर दास ने अपनी टीम के साथ मलबे में दबे 10 लोगों को बाहर निकाला।

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