वैक्सीन लगाने के बाद बिगड़ी थी युवती की तबीयत, 19 दिन बाद ब्रेन में क्लोटिंग के बाद देहांत

शिमला।
आई.जी.एम.सी. में ब्रेन में क्लोटिंग होने से 21 वर्षीय लड़की की मौत हो गई है।  यह लड़की बीते 19 दिन से आई.जी.एम.सी. में इस बीमारी से जंग लड़ रही थी, लेकिन शनिवार को लड़की की तबियत ज्यादा बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई है। लड़की के पिता आई.जी.एम.सी. के रेडियोंलॉजी विभाग में डॉक्टर के पद पर तैनात है। लड़की को ब्रेन क्लोटिंग होने के चलते 7 जून को आई.जी.एम.सी. में भर्ती करवाया गया था। जिस दिन उसे आई.जी.एम.सी. में भर्ती करवाया गया उसकों उसे 5 से 6 दिन पहले कोरोना की वैक्सीन लगाई गई थी। जिसके बाद से इसकी तबियत ज्यादा ही बिगड़ गई और उसे उपचार के लिए आई.जी.एम.सी. के जनरल आई.सी.यू. में भर्ती करवाया गया था। यहां पर सबसे बड़ा सवाल तो यह है कि लड़की के ब्रेन में क्लोटिंग क्या वैक्सीन लगाने के बाद हुई है या फिर कोई अन्य कारण है। आई.जी.एम.सी. में भी अधिकारी इस बात को बताने के लिए तैयार नहीं है। अधिकारियों द्वारा तो सिर्फ इसी बात की पुष्टि की जा रही है कि इसको ब्रेन में क्लोटिंग हुआ था। हिमाचल में कोरोना वैक्सिनेशन अभियान अभी जारी है। कुछ लोगों को अभी भी वैक्सीन लगाने के बाद बुखार आ रहा है। किसी को हल्का तो कहियों को ज्यादा बुखार आ जाता है। हालांकि दवाइयां लेने के बाद बुखार ठीक हो जाता है। डॉक्टरों का कहना है कि लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। आई.जी.एम.सी. में हुई  लड़की की मौत को लेकर भी लोगों के बीच हड़कंप मच गया है। जब लड़की को आई.जी.सी. में भर्ती किया गया था तो उस दौरान यह बताया जा रहा था कि लड़की को कोरोना वैक्सीन लगाने के बाद ब्रेन हेमरेज हुआ है, लेकिन अधिकारियों ने उस दौरान इसकी पुष्टि नहीं की। उस दौरान कुछ अधिकारियों ने लड़की को बे्रन हेमरेज भी बताया था। हालांकि अब लड़की को ब्रेन में क्लोटिंग की ही अधिकारी पुष्टि कर रहे है। हालांकि अधिकारियों का यह भी कहना था कि लड़की को ब्रेन हेमरेज क्या कोरोना वैक्सीन लगाने के बाद हुआ है या नहीं। इसकों लेकर रिपोर्ट आनी थी, लेकिन वह रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है।
इस सम्बनध में आईजीएमसी के प्रिंसिपल डॉ रजनीश पठानिया ने बताया कि
ब्रेन में क्लोटिंग होने से एक लड़की की मौत हुई है। इस लड़की का आई.जी.एम.सी. में कुछ दिन पहले से इलाज चल रहा था, चिकित्सक ने इससे बचाने के लिए भरपुर प्रयास किए, लेकिन यह बच नहीं पाई। लड़की को ब्रेन हेमरेज नहीं था।

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