एसजेवीएन ने अपने जलविद्युत स्टेनशनों से इनसेंटिव के रूप में 34.40 करोड़ रुपए अर्जित किए

शिमला : अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक एसजेवीएन नन्द लाल शर्मा ने आज बताया कि कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2021-22 की तीन तिमाहियों में 1500 मेगावाट नाथपा झाकड़ी जलविद्युत स्टेशशन और 412 मेगावाट रामपुर जलविद्युत स्टे्शन से डेविएशन सेटलमेंट मैकेनिज्मेके तहत इनसेंटिव के रूप में 34.40 करोड़ रुपए अर्जित किए हैं। डेविएशन सेटलमेंट मैकेनिज्मेएक फ्रीक्वेंसी लिंक्ड रेगुलेटरी मैकेनिज्मट है, जो ग्रिड की स्थिरता सुनिश्चित करता है जो ग्रिड को सपोर्ट करने तथा स्थिर करने के लिए विद्युत उत्पांदकों कोपुरस्कृत करता है। यह इनसेंटिवआय विद्युत उत्पादन से अर्जित राजस्व के अतिरिक्त है।
शर्मा ने अवगत कराया कि एसजेवीएन मेगा हाइड्रो पावर स्टेशनों का सफलतापूर्वक संचालन कर रहा है और ग्रिड की स्थिरता को सुनिश्चितकर रहा है। ऊर्जा की अनिरंतर प्रकृति के कारण, ग्रिड की स्थिरता और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए विद्युत का पूर्वानुमान और शेड्यू‍लिंग आवश्यक है। विद्युत उत्पा दक को प्रत्येक विद्युत स्टेशन के लिए विद्युत उत्पादन कार्यक्रम का पूर्वानुमान और घोषणा करना आवश्यकक होता है।
इसके अतिरिक्तक, शर्मा ने अपने मुख्य् पावर स्टेवशनों यथा नाथपा झाकड़ी तथा रामपुर द्वारा एक दिन, एक महिने तथा एक तिमाही में विद्युत उत्पा दन के लिए बनाए गए विभिन्नश रिकार्डों की भी प्रशंसा की।
शर्मा ने बताया कि वर्तमान वित्तीय वर्ष की तीन तिमाहियों में 34.40 करोड़ रुपए की इनसेंटिव आय के साथ, एसजेवीएन ने गत दो वित्तीय वर्षों की इसी अवधि में अर्जित इनसेंटिवसे अधिक इनसेंटिव प्राप्तं किया है। एसजेवीएन ने इसी अवधि के लिए वित्तीूय वर्ष 2019-20 में 12.10 करोड़ रुपए तथा वित्तीपय वर्ष 2020-21 में इसी अवधि के लिए 21.86 करोड़ रुपए का इनसेंटिव अर्जित किया था। एसजेवीएन अपने विद्युत उत्पादन को ग्रिड स्थिरता और सुरक्षा के साथ जोड़कर लगातार ग्रिड की सहायता कर रहा है।
वर्तमान में, एसजेवीएन के पास 16432 मेगावाट की 41 परियोजनाओं का एक मजबूत पोर्टफोलियो है और इसने भारत के नौ राज्यों तथा पड़ोसी देशों नेपाल एवं भूटान में अपनी उपस्थिति दर्ज की है। कंपनी वर्ष 2023 तक 5000 मेगावाट, 2030 तक 12000 मेगावाट तथा2040 तक 25000 मेगावाट की स्थापित क्षमता के साझा विजन को साकार करने की दिशा में अग्रसर है।

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