शिमला: कोरोना महामारी के दौरान जान गवाने वाली दो महिला कर्मचारियों के परिवारों को 50 लाख रूपए की राशी दी जाएगी। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज (पीएमजीकेपी) के तहत यह राशी जारी कर दी गई है। इन दोनों महिला कर्मचारियों ने कोरोना महामारी के बीच अपनी सेवाएं दी थी, जिसके चलते वे संक्रमित हो गई थी, लेकिन दोनों ही महिला कर्मचारियों की कोरोना से मौत हो गई थी। कोविड वारियर्स के आश्रितों के पक्ष में पीएचसी मंडल जुब्बल-कोटखाई ब्लॉक में तैनात मिड वाइफ प्रेमलता और आई.जी.एम.सी. शिमला की स्टाफ नर्स द्रोपता डोगरा के आश्रितों को ये राशि मिलेगी। सरकार द्वारा पहले ही घोषणा की गई है कि अगर किसी भी कोरोना वारिर्यस की मौत होती है तो उनके परिवार वालों को 50 लाख रूपए मिलेंगा। अब दोनों महिला कर्मचारियों के परिवार वालों को यह राशी मिल जाएगी। आई.जी.एम.सी. के एम.एस. डा. जनक राज ने कहा कि इन दोनों महिला कर्मचारियों ने कोरोना महामारी के बीच अपने जान की परवाह नहीं की, लेकिन दूसरों को बचाने में जुटी थी। कोरोना काल में सेवाएं देना एक बहुत बड़ी बात है। बता दें कि प्रदेश में कोरोना से बचाने के लिए कोरोना वारिर्यस दिन रात अपनी सेवाएं दे रहे है। कोरोना वारिर्यस ने अपने जान व बूख व प्यास की भी परवाह नहीं की है। कोरोना वारिर्यस का यही लक्षय है कि लोगों को इस महामारी से बचाया जा सके। जिला शिमला में अभी तक दो महिला कर्मचारी अपनी जान गवां चुकी है। इनक परिवारों के खाते में अब शीघ्र ही यह राशी पहुंच जाएगी।
कोरोना महामारी के दौरान जान गवाने वाली महिला कर्मचारी के लिए 50 लाख की राशि जारी

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