October 19, 2025

,हिमाचल प्रदेश मुख्यमंत्री ने अपने मौजूदा कार्यकाल के बजट किया पेश, 51 हज़ार 365 करोड़ का है बजट, घाटे का बजट , कर्ज़ पर चलेगी सरकार।

शिमला,,,हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने अपने मौजूदा कार्यकाल का अंतिम बजट पेश किया है। वर्ष 2022-23 के लिए 51 हज़ार 365 करोड़ का बजट पेश किया गया है। जिसमें सभी वर्गों को लुभाने के प्रयास किया गया। हालांकि हर बार की तरह ये करोड़ों के घाटे का बजट है लेकिन मजदूरों से लेकर आंगनवाड़ी, आशा वर्कर, चौकीदारों, शिलाई अध्यापिकाओं,मिड डे मील वर्कर ,वाटर कैरियर, जल रक्षकों सहित पंचायत प्रतिनिधियों व नगर निगमों व नगर परिषदों के प्रतिनिधियों का मानदेय बढ़ाया गया है। राजस्व प्राप्तियां 278 करोड़ रुपए रहने का अनुमान हैं। राजस्व व्यय 40 हज़ार 34 करोड़ रहने का अनुमान है। इस प्रकार कुल घाटा 3 हज़ार 993 करोड़ अनुमानित है। जबकि राजकोषीय घाटा 9 हज़ार 602 करोड़ रुपए अनुमानित हैं। जो  राजस्व कि सकल घरेलू उत्पाद का 4.98 प्रतिशत है।
,,,मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि ये बजट हर वर्ग को ध्यान में रखकर बनाया गया है। जिसमें सामाजिक सुरक्षा व कमज़ोर वर्ग के उत्थान पर ज़्यादा ध्यान दिया गया है। दिहड़ीदारो से लेकर मानदेय से जुड़े हर वर्ग का 50 रुपए से लेकर 4000 रुपया बढ़ाया गया है। सरकार ने 29 नई योजनाओं को भी शुरू किया है। जो प्रदेश के विकास में मददगार साबित होंगी। सामाजिक सुरक्षा पेंशन को भी बढ़ाया गया है। इसमें अब 60 साल से ऊपर के हर व्यक्ति को आय सीमा में छूट देकर पेंशन का प्रावधान करना बजट की सबसे बड़ी उपलब्धि है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा पेश किए गए आम बजट में विश्वविद्यालय के सभी शोधार्थियो के लिए 3000 हज़ार रुपये प्रति माह मुख्यमंत्री छात्रवृति योजना के तहत दिया
हिमाचल में जयराम सरकार द्वारा पेश किए गए बजट में स्वास्थ्य के लिए काफी अच्छा है।

प्रत्येक स्वास्थ्य खण्ड में एक ‘ मॉडल प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ‘ विकसित किया जाएगा जिसमें Indian Public Health Standards ( IPHS ) के मानकों वाली सुविधायें सुनिश्चित की जाएंगी । इस समय प्रदेश में नेशनल एम्बुलेंस सेवाएं -108 198 एम्बुलेंस चलाई जा रही हैं अब  50 नई एम्बुलेंसों का क्रय किया जाएगा जिस पर 15 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे । मरीजो को पूरा  पूरा और निःशुल्क इलाज़ मिले सबको इसके लिए . स्वास्थ्य संस्थानों में बेहतर चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित करने के लिए चिकित्सा अधिकारियों के विशेषज्ञ कॉडर की स्थापना की जाएगी । प्रत्येक नये आयुर्विज्ञान महाविद्यालयों  नाहन , चम्बा , नेरचौक तथा हमीरपुर में फैकल्टी और अन्य श्रेणी के समुचित पद भरे जाएंगे ।  . कोविड के दुष्प्रभावों से निपटने के लिए प्रदेश में कार्यरत चिकित्सकों द्वारा सराहनीय सेवाएं प्रदान की गई । विगत वर्षों में स्वास्थ्य संस्थानों का व्यापक विस्तार हुआ है । उसको देखते हुए चिकित्सा अधिकारियों के 500 नये पद सृजित किए जाएंगे

वही . हृदय रोगों से पीड़ित रोगियों की बढ़ती संख्या के दृष्टिगत् IGMC तथा RPMC Tanda में उपलब्ध कैथ लैब की सुविधा के अतिरिक्त आयुर्विज्ञान महाविद्यालय हमीरपुर नाहन में भी यह सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी । इस पर कुल 20 करोड़ रुपये खर्च किये जाएंगे । तथा कैंसर के मरीजों की सुविधा हेतु RPMC Tanda में . पैट स्कैन एवं ब्रेकी थैरेपी  तथा आयुर्विज्ञान महाविद्यालय , नेरचौक में पैट स्कैन एवं MRI की सुविधा उपलब्ध करवाने की घोषणा की है
 । इस पर 61 करोड़ रुपये व्यय होंगे । . , आयुर्विज्ञान महाविद्यालय , नेरचौक में एक व्यापक स्तनपान प्रबन्धन केन्द्र स्थापित किया जाएगा जहाँ दानकर्त्ताओं के दूध का संग्रहण करने एवं परीक्षण , संरक्षण तथा वितरण की व्यवस्था होगी जिससे उपचाराधीन नवजात शिशुओं को दूध की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी
वही आयुष्मान कार्ड का एक साल से बढ़ाकर तीन साल कर दी जाएगी । ‘ हिमकेयर ‘ में नए परिवारों का पंजीकरण जनवरी से मार्च माह में होता है ।  इस योजना में नए परिवारों हिमकेयर के अन्तर्गत प्रदेश की विभिन्न जेलों में बंदियों को का पंजीकरण अब पूरा वर्ष होता रहेगा ।  प्रदेश के दूर – दराज़ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं घर – द्वार उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से  एक नई ” मुख्यमन्त्री मोबाइल क्लिनिक ( M3C ) ” योजना की घोषणा की है । इस योजना के अन्तर्गत प्रदेश के प्रत्येक विधान सभा क्षेत्र में एक मोबाइल क्लिनिक चलाया जाएगा । इसमें बेसिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए जरूरी उपकरण उपलब्ध होंगे । इसमें एक डॉक्टर द्वारा अपनी टीम के साथ गाँवों में जाकर चिकित्सा सुविधा दी जाएगी । इसमें डॉक्टर एक पारिवारिक डॉक्टर की तरह कार्य करेगा । कोविड से उत्पन्न स्थिति से निपटने हेतु तथा स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित रहने वाले लोगों के लिए यह योजना एक वरदान साबित होगी ।
विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने बजट को राज्यपाल के अभिभाषण की तरह झूठे आंकड़ो का मायाजाल करार दिया। उन्होंने कहा कि कोविड-19 में जब अर्थव्यवस्था धरातल पर पहुंच गई है तो फ़िर हिमाचल की अर्थव्यवस्था में 8.3 फ़ीसदी वृद्धि का अनुमान कैसे लगाया जा सकता है। सरकार कर्ज़ की   वैशाखियो के सहारे चलेगी। बजट के मुताबिक 100 रुपए में से 26 रुपए पेंशन पर, 15 रुपए पेंशन पर , 10 रुपए ब्याज अदायगी पर, 11 रुपए ऋण अदायगी पर, जबकि स्वायत संस्थान की ग्रांट के लिए 9 रुपए ख़र्च होंगे। ऐसे में 29 रुपए बचते है उनसे क्या विकास होगा। सरकार कर्ज़ चुकाने के लिए भी कर्ज़ ले रही है।

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