विमल नेगी मौत मामला, शिमला में परिजनों का चक्का जाम एमडी और डायरेक्टर को सस्पेंड करने की मांग पर अड़े 

शिमला।विमल नेगी के परिजन पावर कॉरपोरेशन के MD और डायरेक्टर को सस्पेंड करने पर अड़े हुए हैं। इनका कहना है कि जब तक इन तीनों अधिकारियों को सस्पेंड नहीं किया जाता, तब तक शव को नहीं ले जाएंगे। इसी को लेकर बीसीएस में चक्का जाम किया हुआ है। मृतक विमल नेगी की पत्नी किरण नहीं का कहना है कि
 एमडी हरिकेष मीणा और डायरेक्टर देसराज रात 12-12 बजे तक काम करवाते थे। चेकअप के लिए छुट्टी तक नहीं दी जाती थी। विमल नेगी के मामा ने बताया कि कुछ दिन वह उनके घर में आए थे। तब वह बात भी ढंग से नहीं कर पा रहे थे।
निगम के कुछ कर्मचारियों ने भी इस बात को माना है कि पावर कॉरपोरेशन के सभी कर्मचारियों पर दबाव है। महिला कर्मचारी भी रात 9-10 बजे तक ड्यूटी देती थी।
गलत फाइल साइन करने को डाला जाता था दबाव- मृतक की पत्नी
मृतक की पत्नी ने बताया कि गलत फाइल पर साइन करने के लिए उन पर दबाव डाला जाता था। उनके पति रात दो-दो बजे तक बैठकर काम करते थे। उन्होंने बताया कि छुट्टी मांगने पर डायरेक्टर उनकी एक्सप्लेनेशन कॉल कर देता था। उन्होंने कहा, चीफ इंजीनियर बच्चों को किन्नौर छुट्टी पर ले जाना चाहते थे। लेकिन नहीं दी। उनका काफी दिन से बीपी बढ़ रहा
हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन (HPPCL) के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की मौत मामले की जांच अतिरिक्त मुख्य सचिव (ACS) ओंकार शर्मा करेंगे। उन्हें 15 दिन के भीतर जांच पूरी करने को कहा गया है। इसे लेकर पावर सेक्रेटरी ने आदेश जारी कर दिए है।
HPPCL के MD एवं IAS हरिकेश मीणा और डायरेक्टर देसराज को पद से हटा दिया गया है। IAS राकेश कुमार प्रजापति को MD पावर कॉरपोरेशन और सुरेंद्र कुमार को डायरेक्टर का चार्ज दिया गया है। मृतक के परिजनों ने डायरेक्टर पर्सनल शिवम प्रताप को भी सस्पेंड करने की मांग की है।इससे पहले विमल नेगी का शव अंतिम दर्शन के लिए BCS स्थित HPPCL कार्यालय लाया गया। यहां पर मृतक के परिजन, बिजली बोर्ड और पावर कॉरपोरेशन के कर्मचारी शव के साथ प्रदर्शन कर रहे हैं। शाम 4 बजे के बाद आक्रोषित लोगों ने BCS को न्यू शिमला से जोड़ने वाली सड़क पर चक्का जाम कर दिया है।

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