आईजीएमसी में महिला का बैग लेकर भागा चोर, मेडिसिन वार्ड में थी भर्ती  मेडिसिन वार्ड का सीसीटीवी कैमरा पड़ा है खराब

 शिमला। शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (आईजीएमसी) में एक चोर द्वारा बैग चोरी करने का मामला सामने आया है। चोरी की यह वारदात अस्पताल के मेडिसिन वार्ड में शनिवार को पेश आई है। अस्पताल में अपना इलाज करवाने आई महिला का एक बैग चुराकर शातिर मौके से फरार हो गया। इस बैग में महिला व उसकी बेटी के ज़रूरी कागज़ात और नकदी मौजूद थी। मरीज महिला शकुंतला देवी सुन्नी से अपना इलाज करवाने आईजीएमसी पहुंची है ओर  यहां मेडिसिन वार्ड में भर्ती है। वारदात के वक्त मरीज महिला और उसके तीमारदार वहीं मौजूद थे। मरीज महिला की बेटी उसके बालों में कंघी के रही थी और बैग की तरफ पीठ थी। यह बैग बेड के बिल्कुल साथ में रखा गया था। चोर बड़ी की चालाकी से महिला की नज़रों से बचकर बैग को चुरा ले गया। चोरी हुए बैग में महिला के ज़रूरी डाक्यूमेंट व 24 हज़ार के करीब नकदी शामिल थी। इस घटना के बाद अब मरीज महिला के पास इलाज के लिए एक भी रुपया नहीं है। महिला का कहना है कि उनका बैग चोरी हो जाने के बाद, उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं। बैग में ही पर्स था जिसमें करीब 24 हज़ार रुपये की नकदी शामिल थी। उन्होंने प्रशासन से चोर को जल्द से जल्द पकड़ने की मांग की है।
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सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में चोरियां
अस्पताल में विभिन्न जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। लेकिन हैरानी वाली बात यह है कि मेडिसिन वार्ड के बाहर लगा कैमरा बस नाम के लिए ही लगाया गया है।यह कैमरा काम ही नहीं कर रहा है, काफी समय से खराब पड़ा है। वहीं अस्पताल में जगह-जगह सुरक्षा कर्मी अपनी ड्यूटी देते हैं। लेकिन बावजूद इसके अस्पताल में चोरी की घटनाएं बढ़ती ही जा रही हैं। अस्पताल के कई वार्डों में शातिर मरीजों व उनके तीमारदारों के पर्स और बैग चुराकर फरार हो जाते हैं। यह पहली बार नहीं है, इससे पहले भी कई बार शातिर चोरों द्वारा चोरी की वारदात को अंजाम दे चुके हैं।
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आइजीएमसी सुरक्षा यूनियन के अध्यक्ष बबलू ने कहा कि
अस्पताल के मेडिसिन वार्ड में एक महिला का बैग चोरी हुआ है। यह मामला निंदनीय है। इसकी सबसे बड़ी बजह पेट्रोलिंग को बंद करना है। अस्पताल के सेक्योरिटी इंचार्ज द्वारा डे और नाइट पेट्रोलिंग को बंद किया गया है। जिस कारण चोर गिरोह सक्रिय हो गया है। इससे पहले दिन और रात के समय सुरक्षा कर्मी सिविल ड्रेस में पहरा देते थे, जिस कारण चोरी की वारदातों पर लगाम लग गई थी। शातिरो को पकड़कर पुलिस के हवाले किया जाता था। लेकिन अब सेक्योरिटी इंचार्ज द्वारा पेट्रोलिंग को बंद कर दिया गया है। प्रशासन को पेट्रोलिंग पर एक बार फिर विचार करना चाहिए। वहीं अस्पताल में कई जगह सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर रहे है, जिस कारण चोर को पकड़ने में दिक्कतें पेश आ रही हैं। मरीज अपने सामान का स्वयं ख्याल रखें।

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