शिमला। नशा छोड़ना मुश्किल नहीं बस एक लक्ष्य बना लें, ये छूट जाएगा। नशे को छोड़ने के लिए विल पावर होना जरूरी है। इसलिए स्टेप बाय स्टेप नशा को छोड़ने का प्रयास करें। ये बात डॉ प्रवीण एस भाटिया कैजुअल्टी इंचार्ज आईजीएमसी शिमला ने कही। वे शिमला पुलिस द्वारा आयोजित एक शिविर में बोल रहे थे। शिमला पुलिस द्वारा पुलिस लाइन कैथू में विभिन्न मादक द्रव्यों के सेवन और लत और नशामुक्ति और सामान्य और असामान्य व्यवहार पर एक व्याख्यान करवाया। डॉ प्रवीण एस भाटिया ने कहा कि नशे की लत कोई लाइलाज बीमारी नहीं है। इसे खुद से ही ठीक किया जा सकता है। अगर किसी ने नशे को न कहना है तो उसको न ही बोले, क्योंकि नशे की लत अगर किसी को लग जाती है तो उससे छुटकारा पाने का सिर्फ यही तरीका है। हमेशा खुद से शुरुआत होनी चाहिए तभी हम नशा मुक्त समाज का निर्माण कर सकते हैं। उन्होंने इस दौरान नशा छोड़ने के कई तरह की टिप्स भी दिए। गौरतलब है कि वर्तमान में युवा स्कूली छात्र नशे की गिरफ्त में फंसते जा रहे हैं आए दिन पुलिस युवाओं से चिट्टा और चरस बरामद कर रही है इसी को लेकर पुलिस भी चिंतित है आए दिन युवाओं को नशे के जाल में फंसते हुए देख पुलिस ने आईजीएमसी के विशेषज्ञ डॉक्टर प्रवीण एस भाटिया को शिविर में बुलाया और उनसे नशा छुड़ाने को लेकर जानकारी ली
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