October 22, 2024

शिमला के।गेयटी थिएटर में कल से अंतरराष्ट्रीय साहित्य उत्सव, जुटेंगी 15 देशों की 425 नामी हस्तिया

शिमला, : आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार एवं साहित्य अकादमी द्वारा शिमला के गेयटी थिएटर में 16 से 18 जून तक अंतरराष्ट्रीय साहित्य उत्सव उन्मेष शुरू किया जा रहा है। इस साहित्य उत्सव का शुभार भ शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर करेंगे, जिसमें संस्कृति राज्य मंत्री भारत सरकार अर्जुन राम मेघवाल एवं मीनाक्षी लेखी और आंध ्रप्रदेश के राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन उपस्थित रहेंगे। इस उत्सव में देश-विदेश से करीब 425 साहित्यकार, लेखक और जाने माने विद्वान भाग ले रहे हैं। उत्सव में 32 एलजी बीटीक्यु लेखक, 40 आदिवासी भाषाओं, 25 उतर पूर्व लेखक, 9 प्रवासी, 9 विदेशी लेखकों सहित 24 भारतीय के 300 लेखक उपस्थित रहेंगे तथा अपनी भाषाओं में अपनी रचनाओं का पाठ करेंगे। यह बात साहित्य अकादमी सचिव डा. के. श्रीनिवास राव द्वारा पत्रकार वार्ता के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव की कड़ी में केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय और साहित्य अकादमी के संयुक्त तत्वावधान में ये उत्सव हो रहा है। 16 जून को 12 बजे पहला कार्यक्रम साहित्य और स्त्री सशक्तीकरण विषय पर होगा। 16 जून दोपहर बाद 2:30 से 4 बजे के बीच किरण बेदी मेरे लिए साहित्य के मायने विषय पर संवाद में भाग लेंगी। जाने-माने गीतकार गुलजार

16 जून को शाम 4:50 से 6 बजे के बीच साहित्य और सिनेमा विषय पर परिचर्चा की अध्यक्षता करेंगे। इस सत्र की अध्यक्षता अर्जुन राम मेघवाल करेंगे। 17 जून को गुलजार के साथ विशाल भारद्वाज की बातचीत भी आकर्षण का हिस्सा होगी। उन्होंने कहा कि 17 जून के सत्र में आदिवासी लेखकों के समक्ष चुनौतियों एवं रचनापाठ की अध्यक्षता अनिल बर, गैर मान्यता प्राप्त भाषाओं में वाचिक महाकाव्य की महेंद्र कुमार मिश्र, साहित्य एवं भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन की एसएल भैरप्पा, बहुभाषी कविता पाठ की माधव कौशिक, अस्मिता लेखिका स िमलन की पारमिता सतपथी, मीडिया, साहित्य एवं स्वाधीनता आंदोलन पर बलदेव भाई शर्मा अध्यक्षता करेंगे। इसके अलावा 18 जून को वायसराय सभागार में अभिव्यक्ति के इस उत्सव में विशेष रूप से बोलेंगी। 18 जून को ही मैं क्यों लिखता हूं, लिखती हूं की अध्यक्षता रघुवीर चौधरी करेंगे। वहीं अमेरिका से विजय शेषाद्रि, चित्रा बैनर्जी दिवाकरुणी, मंजुला पद्मनाभन, मेडागास्कर से अभय के, दक्षिण अफ्र ीका से अंजू रंजन, यूके से दिव्या माथुर, सुनेत्र गुप्ता, नीदरलैंड से पुष्पिता अवस्थी और नॉर्वे से सुरेश चंद्र शुल्क प्रवासी भारतीय साहित्यिक अभिव्यक्तियां विषय पर होने जा रहे संवाद में भाग लेंगे। इसकी विजय शेषाद्रि अध्यक्षता करेंगे। महोत्सव में सोनल मानसिंह, गुलजार, एस.एल भैरप्पा, चंद्रशेखर कंबार, किरण बेदी, लिंडा हेस, डेनियल नेगर्स, सुरजीत पातर, नमिता गोखले, कपिल कपूर, आरिफ मोह मद खान, विश्वनाथ प्रसाद तिवारी, रघुवीर चौधरी, सितांशु यशचंद्र, विश्वास पाटिल, रंजीत होसकोटे, सई परांजपे, दीप्ति नवल, मालाश्री लाल, सुदर्शन वशिष्ठ, प्रत्यूष गुलेरी, एसआर हरनोट, होशांग मर्चेंट, लीलाधर जगूड़ी, अरुण कमल, बलदेव भाई शर्मा, सतीश अलेकर एवं विष्णु दत्त राकेश सहित कई हस्तियां शामिल होंगी।

एक हजार पुस्तके

महोत्सव सभी साहित्य प्रेमियों के लिए हर दिन निशुल्क है। इस में भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन से संबंधित एक हजार पुस्तकों को प्रदर्शित किया जाएगा और पांच भारतीय प्रकाशकों की पुस्तकें बिक्री के लिए भी उपलब्ध होंगी।

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