शिमला।दलित शोषण मुक्ति मंच के बैनर तले शिमला में हुई रैली के दौरान लगे हिंदू धर्म से आजादी के नारे पर अब बवाल हो गया है। हिंदू जागरण मंच के महामंत्री कमल गौतम ने शिमला में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि हिंदू धर्म से आजादी मांगने वाले लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए। इसके लिए वे कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे और मानहानि का दावा करेंगे। ठियोग के विधायक राकेश सिंघा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वह हिंदू समाज में जहर घोलने का काम कर रहे हैं और लोगों को बांटने का काम कर रहे हैं। जिस तरह से हिंदू धर्म से आजादी के नारे लगाए जा रहे हैं वह बहुत ही अक्षम्य है। जिसे किसी भी सूरत में हिंदू समाज बर्दाश्त नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि अब जो माफीनामा का ढोंग रचा जा रहा है वह सिर्फ दिखावा किया जा रहा है। प्रशासन और पुलिस के खिलाफ उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करें।
यह है पूरा मामला
हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा विधानसभा में धर्म की स्वतंत्रता संशोधन विधेयक 2022 को पारित किया गया है। जिसके खिलाफ अब दलित संगठनों ने मोर्चा खोल दिया है और इसके विरोध में उतर आए हैं। बीते मंगलवार को दलित शोषण मुक्ति मंच के बैनर तले विभिन्न संगठनों ने शिमला डीसी ऑफिस के बाहर धरना प्रदर्शन किया और राजभवन तक रैली निकालकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा। जिसमें इस विधेयक को पारित न करने का आग्रह किया गया। इस प्रदर्शन में सीपीआईएम विधायक राकेश सिंघा भी मौजूद रहे। इस दौरान कुछ लोगों ने हिंदू धर्म से आजादी के नारे भी लगाए। जिसका अब विरोध हो रहा है। वहीं इस मामले में विधायक राकेश सिंघा पहले ही साफ कर चुके हैं वह किसी भी धर्म के खिलाफ नहीं हैं। वह सिर्फ पूंजीवादी व्यवस्था के खिलाफ है।
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