रात्रि 8 बजे तक खुली रहने वाली दुकाने रविवार को रही बंद, सुनसान पडे शहर के बाजार

शिमला । राजधानी के बाजार जो पहले सरकार के दिशानिर्देशानुसार रात्रि 8 बजे तक खुले रहते थे वह रविवार को सारा दिन बंद रहे। दुकाने बंद होने से बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। शिमला शहर में रविवार को व्यापारियों ने अपनी दुकाने बंद रखी और प्रशासन के दिशा निर्देशों का पूरी तरह से पालन किया। बाजारों में सिर्फ डेली नीड्स, सब्जी, फल विक्रेता ही दुकाने ही खुली दिखी और बाकि सारी दुकाने बंद रही। वहीं बाजारों में दुवाईयों की दुकाने भी खुली रही। शिमला शहरों व कस्बों में आवश्यक वस्तुओं की दुकाने खुली हुई थी। बाजार बंद रहने से कारोबारियों को काफी नुकसान हुआ है। शिमला के माल रोड, रिज मैदान, लोअर बाजार, संजौली बाजार, कसु पटी बाजार, छोटा शिमला आदि सभी बाजारों में सनाटा पसरा हुआ था। बाजारों में सिर्फ पुलिस कर्मचारी व सब्जी खरीदने आए लोग ही नजर आए। दो दिन के लॉकडाउन  से व्यापारियों को काफी नुकसान हुआ है। एक ओर व्यापारी वर्ग पहले ही पिछले साल के लॉकडाउन की वजह से पिछडा हुआ है। वहीं एक दिन के वीकेंड की वजह से व्यापारियों को अब नुकसान होना लाजमी है। जहां व्यापरी वर्ग अब धीरे-धीरे पटरी पर लौटता हुआ नजर आ रहा था अब दोबारा से वीकेंड की वजह से कारोबार कम हो गया है।
बाजार बंद होने से शहर में बहुत कम चली सरकारी व निजी बसे
शिमला के बाजार बंद रहने की वजह से शहर की सड़कों पर यातायात भी बहुत कम दिखा। शहर की सड़कों पर अधिकतर निजी बसे खड़ी रही। नियमित रूटो पर बस नहीं चली। बसों के न चलने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। शिमला नगर निगम शिमला के क्षेत्रों के लिए चलने वाली निजी व सरकारी बसे जहां पर पहले हर 10 मिनट बाद बस चलती थी वहीं रविवार को आधे घण्टे के बाद ही बसे मिल रही थी। इन बसों में भी 50 प्रतिशत की पाबंधी लगी हुई है। बसों में 50 प्रतिशत सवारी के कारण बस चालक व सवारियां काफी परेशान हो रही है।
बाजारों में नियमित चैकिंग कर रहे अधिकारी
बाजारों में कोरोना नियमों के पालन करवाने के लिए जिला प्रशासन के आला अधिकारी हर रोज निरीक्षण कर रहे है। इन अधिकारियों में एस.डी.एम, ए.डी.सी, जिलाधीश, तहसीलदार, एस.एच.ओ आदि शहर के बाजारों का निरीक्षण कर रहे है। रविवार को भी विभिन्न बाजारों का निरीक्षण किया व रेस्त्रा, ढाबें व सब्जी, फल बेचने वाले व्यापारियों को प्रशासन के दिशा निर्देश का पालन करने की अपील की गई।

About Author