शिमला। राजधानी शिमला में होली के त्योहार के लिए बाजार में रौनक बढ़ गयी है। कल 18 मार्च शुक्रवार को होली का त्योहार मनाया जाना है। कोरोना के बाद लोगों में इस बार होली मनाने का ज्यादा उत्साह देखने को मिल रहा है। इस साल होली मनाने का लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। युवाओं से लेकर बच्चों में होली को लेकर उत्साह है। बाजारों में गुलाल की दुकानें सज गई हैं।शहर में इस बार कोरोना संक्रमण के मामले कम होने के बाद दुकानदारों ने भी होली का रंग ज्यादा मंगवाया है। पिछले साल भी कोरोना संक्रमण के चलते रंग और पिचकारियां बिक नहीं पाए थे। ऐसे में इस साल माना जा रहा है कि ये बिक्री बढ़ सकती है। लोअर बाजार और रामबाजार में दुकानें रंग, पिचकारी, रंगीन टोपियों से सजी हुई हैं। बच्चे इस बार रंग व पिचकारियां खरीदने में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे हैं। क्या कहते हैं कारोबारी
लोअर बाजार के दुकानदार
रंग बेच रहे दुकानदार का कहना है कि बाजार में अलग-अलग वैरायटी की पिचकारियां व मुखौटे मंगवाए गए हैं। इस बार दुकानदारों का मानना है कि अच्छी बिक्री होगी। दुकानदारों ने अपनी दुकानों में ब्रांडेड कपड़े तो किसी ने पिचकारियों का स्टाक सजाकर रखा है। दुकानदारों ने दुकानों के बाहर रंगों को रखना शुरू कर दिया है। 100 से 150 रुपये प्रति किलो की दर से गुलाल बाजार में मिल रहा है।वही कारोबारियों का कहना है कि अब होली कुछ बदली है। पहले पिचकारी की मांग ज्यादा रहती थी, लेकिन अब गुब्बारे व मुखौटों की ज्यादा मांग रहती है। इसलिए बाजार में भी विभिन्न प्रकार के मुखौटे लाए जा रहे हैं। उनका कहना था कि लोग हर्बल कलर ज्यादा मांग रहे है। पिचकारी 10 रुपये से 500 रुपये तक बिक रही है
वही विशेषज्ञ डॉक्टर व रिपन अस्प्ताल के एमएस डॉ लोकिन्दर शर्मा ने कहा कि लोग सावधानी से रंग लगाए होली रंगों का तैयोहार है इसे खुशी से मनाए । रंग आंखों में न जाए इस बात का ध्यान रखे
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