करसोग : हिमाचल के छह बार रहे मुख्यमंत्री वीरभद्र का शनिवार को विश्व प्रसिद्ध धार्मिक पर्यटन स्थल तत्तापानी में पवित्र सतलुज नदी में अस्थि विसर्जन किया गया। यहां सैकड़ों की संख्या में चाहने वालों ने नम आंखों से श्रद्धांजलि दी। तीन विधानसभा क्षेत्रों करसोग, शिमला ग्रामीण व शिमला शहरी से सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता तत्तापानी पहुंचे थे। यहां बस स्टैंड से कांग्रेस कार्यकर्ता हाथों में कलश लेकर पैदल सतलुज नदी के घाट पर पहुंचे। यहां पर शास्त्री टेकचंद ने विधि विधान के साथ पितृ पूजन किया। जिसमें देह से स्मृति हुए वीरभद्र सिंह की आत्मा को याद किया गया। इसके उपरांत वैद मंत्रों के उच्चारण के साथ वीरभद्र सिंह की अस्थियों को पवित्र सतलुज नदी में प्रवाह किया गया। कार्यकर्ताओं ने नदी में फूल प्रवाहित करते हुए वीरभद्र सिंह अमर रहे नारों के साथ अपने प्रिय नेता को श्रद्धांजलि दी। वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व डिप्टी मेयर हरीश जनारथा ने कहा कि तत्तापानी में पवित्र नदी में वीरभद्र सिंह की अस्थियों का विसर्जन किया गया। जिसमें तीन विधानसभा क्षेत्र से कार्यकर्ताओं ने श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि हिमाचल ने केवल एक नेता नहीं खोया है बल्कि अभिभावक को खो दिया है। वीरभद्र सिंह के दुखद निधन से एक युग का अंत हो गया।
इस दौरान ब्लॉक कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पृथ्वी सिंह नेगी, शिमला ग्रामीण के अध्यक्ष गोपाल शर्मा सहित वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश जनारथा, मनसाराम, मस्तराम, जितेंद्र चौधरी, भगतराम व्यास, हेतराम शर्मा, निर्मला चौहान, वीरेंद्र कपिल, प्रदीप शर्मा, कपिल गुप्ता, गोवर्धन सिंह, धन्नालाल, जगतराम जगत, अशोक शर्मा, रूपलाल, सोहनलाल, एलडी ठाकुर, नरेंद्र शर्मा, कृष्ण कुमार, बिहारी लाल शर्मा, संतराम धीमान, संतराम शर्मा, प्रेम वर्मा, संजय शर्मा, भगतराम कपिल, जीडी ग़ांधी, कैप्टन एमसी शर्मा, महेश राज, महेंद्र चंदेल, मनोज चौहान, परमानंद, राहुल नेगी, वीरेंद्र, सुलोचना, प्रति शर्मा व हिमांशु शर्मा सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की।
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