हिमाचल में भारी पड़ रहा मास्क न पहनना, 17 माह में 88,095 चालान 4,98,88,500 जुर्माना

हिमाचल में भारी पड़ रहा मास्क न पहनना, 17 माह में 88,095 चालान
4,98,88,500 जुर्माना
कोविड  नियमो के उल्लघन करने पर उना के लोग नंबर वन
,कांगड़ा के लोग दुसरे नंबर पर
शिमला। कोरोना महामारी के दौर में
बिना मास्क सार्वजनिक स्थलों पर निकलना हिमाचल में भारी पड़ रहा है । राज्य पुलिस कोरोना महामारी के संक्रमण पर काबू पाने के लिए
सरकार के निर्देशों नियमों का उल्लघन करने वाले पर स ती से पेश आ रही है। बावजूद इसके भी हिमाचली बाज नही आ रहे है । हिमाचल पुलिस अब तक 17 माह में बिना मास्क सार्वजनिक स्थलों पर निकलने वाले 88,095 लोगो का चालान कर 4,98,88,500 का जुर्माना वसूल चुकी है ।
कोविड नियमो के उल्लघन करने वाले उना के लोग नंबर वन और कांगड़ा के लोग दुसरे नंबर पर है । सूबे का लाहौल.स्पीति एकमात्र जिला रहा जहां बिना मास्क के अब तक कम ही चालान हुए है । उना जिला में पुलिस ने 17 माह में सर्वाधिक 12875 लोगों के चालान काट
कर 4414650 रुपये वसूले हैं। कांगड़ा जिला में पुलिस ने 12821लोगों के चालान काट कर 5725200 रुपये वसूले हैं। इसके अलावा मंडी जिला में मास्क न पहनने पर 5951 लोगों के चालान हुए और पुलिस ने 3865700
रुपये का जुर्माना ठोका। सोलन की बीबीएन पुलिस ने मास्क न पहनने वाले 8391 लोगों के चालान से 5590600रूपये जुर्माना वसूला। सिरमौर में बिना
मास्क पहने 6021 लोगों के चालान कर पुलिस ने 3644300 रुपये जुर्माना किया। इसी तरह हमीरपुर में 7314 लोगों के चालान हुआ जिससे 3141100
रूपए का जुर्माना किया गया। शिमला में 9011 लोगों के चालान से 6331200 जुर्माना हुआ है। कुल्लू में मास्क न पहनकर 8673 लोगों के चालान हुआ
और जुर्माने के रूप में 6833500 रुपये वसूले गए।  बिलासपुर में 3206 लोग बिना मास्क के पाए गए जिन पर पुलिस ने 1859900 जुर्माना ठोका। सोलन
में 5282 लोगों के चालान से 3478500, च बा में 5720 चालान से 30061650
और किन्नौर में 2477 लोगों के चालान से 1682000 रुपये जुर्माना वसूला गया। लाहौल.स्पीति एकमात्र जिला रहा जहां सिर्फ मास्क न पहनने पर 353 लोगो के ही चालान किए गए और मात्र 260200 रूपए का जुर्माना अभी
तक 17 माह में वसूला गया ।
बता दे कि पर्यटक भारी सं या में हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी राज्य में आ रहे हैं और पुलिस ने पर्यटको से विनम्रतापूर्वक अनुरोध किया है कि जब वे सार्वजनिक स्थानों पर हों चाहे घर के अंदर हों या बाहर सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करें। पुलिस का चालान करना और जनता पर जुर्माना लगाने का उद्देश्य जनता को कोई वित्तीय कठिनाई
पैदा करना नहीं है।

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