November 21, 2024

आईजीएमसी में सुरक्षा व्यवस्था राम भरोसे अस्पताल में दिन दिहाड़े कट रही मरीजों की जेब सुरक्षा कर्मी कर रहे बदसलूकी

शिमला: प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में सुरक्षा व्यवस्था अब राम भरोसे है दूर दराज  के इलाकों से आने वाले मरीज अब अपने सामान की हिफाजत खुद करें अस्पताल में मौजूद सुरक्षाकर्मी ना तो चोरों को पकड़ने और ना ही चोरी जैसे वार्ता दो को होने से रोक पा रहे हैं जिसका  खामियाजा मरीजों को भुगतना  पड़ रहा है आईजीएमसी में 180 की लगभग सुरक्षा कर्मी तैनात है जिनकी ड्यूटी विभिन्न वार्डों ओपीडी में होती है लेकिन सुरक्षा कर्मियों के लापरवाही अब मरीजों पर भारी पड़ने लगी है आपातकाल विभाग में ही सुरक्षा कर्मी लापरवाही बरत रहे हैं और मरीजों से बदसलूकी भी कर रहे हैं जिसकी शिकायत प्रशासन को भी दी गई है बाबजूद इसके   प्रशासन उन पर लगाम लगाने में नाकाम रहा है अस्पताल में आये दिन चोरियां बढ़ रही है बीते दिनों
 कुमारसैन से अपने उपचार करवाने के लिए पाई-पाई जोडक़र आई.जी.एम.सी. शिमला आई एक 65 वर्षीय महिला का यहां शातिरों ने पर्स उड़ा लिया, जिसमें पैसों के अलावा उसके अन्य जरूरी दस्तावेज भी शामिल थे। ऐसे में सुरक्षा कर्मियों की यहां ड्यूटी पर कई सवाल खड़े हो रहे है। शातिर लोगों की जमापूंजी को आसानी से उड़ा रहे है। लक्कड़ बाजार पुलिस चौकी में दर्ज मामले में नाचकू देवी निवासी गांव चुठी डाकघर मधावनी तहसील कुमारसैन जिला शिमला ने बताया कि वह मंगलवार को अपना उपचार करवाने के लिए आई.जी.एम.सी. आई थी। उसके पास लाल रंग का पर्स था, जिसमें उसका आधार कार्ड, पैन कार्ड सहित 13000 रुपए नकद रखे हुए थे, जो चोरी हो गया है। वह यहां आई.जी.एम.सी. के मैडीसिन वार्ड में गए थे और जब दवा लेने के लिए पर्स ढूंढा तो पर्स नहीं मिला, जिसे कोई चुरा ले गया था। महिला घर पर अकेली रहती है और उसका पति नहीं है। घर में काम करके पैसे दवाओं के लिए जोड़े थे, जिसे आई.जी.एम.सी. में कोई चुरा ले गया और अब महिला के पास पर्ची तो है, लेकिन दवा खरीदने के लिए पैसे नहीं है।
लक्कड़ बाजार पुलिस चौकी द्वारा आई.जी.एम.सी. में संदिग्ध गतिविधियों को अंजाम देने वाले एक युवक की तस्वीर जारी की है, जिसे सभी कर्मचारियों में सर्कुलेट किया जा रहा है और इसे देखते ही पुलिस को सूचित करने के लिए कहा गया है, ताकि पुलिस इसे दबोच सके।
आई.जी.एम.सी. में मरीजों व तीमारदारों की सुरक्षा रामभरोसे, मरीजों के पैसे उड़ा रहे शातिर
राजधानी के सबसे बड़े अस्पताल आई.जी.एम.सी. में कहने के लिए तो 180 सुरक्षा कर्मी तैनात है, लेकिन यहां पर मरीजों व तीमारदारों की सुरक्षा व्यवस्था रामभरोसे ही चली हुई है। सुरक्षा कर्मियों की यहां पर ऐसी सुरक्षा है कि वह सिर्फ डाक्टरों की ही ड्यूटी में मस्त है, जबकि मरीजों व तीमारदारों की सुरक्षा तो दूर, उल्टा उनके पैसों पर ही शातिर हाथ फेर रहे है।
एम.एस. से लेकर डाक्टरों की चाकरी में जुटे है सुरक्षा कर्मी
आई.जी.एम.सी. शिमला में अब नई सिक्योरिटी कंपनी के साथ टैंडर हुआ है और यहां पर 180 सुरक्षा कर्मियों को सुरक्षा के लिए रखा गया है, लेकिन नई कंपनी से करार होने के बाद सुरक्षा कर्मियों को यहां पर एम.एस., डिप्टी एम.एस. सहित कई कार्यालयों में रखा गया है, जबकि कई सुरक्षा कर्मी डाक्टरों की चाकरी कर रहे है और घरों से लेकर कार्यालयों का काम कर रहे है।
आईजीएमसी में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जब डिप्टी एमएस डॉक्टर अमन से बात की गई तो उन्होंने कहा कि पीड़ित लिखित में शिकायत दे उसे पर कार्रवाई की जाएगी

 

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