शराब के शौकीनों को झटका, प्रति बोतल सेस 2 से 10 रूपए बढ़ाएगा निगम बाहरी राज्य से आने वाले पर्यटकों से वसूली जाएगी ग्रीन फीस, एमसी को हर साल 10 करोड़ की होगी आय नगर निगम का 247.44 करोड़ रूपए का वार्षिक बजट पेश
शिमला।नगर निगम शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने अपना 247.24 करोड़ का बजट वीरवार को पेश कर दिया। इस बजट में व्यय आय से 19 पॉइंट 46 लाख कम रहे हैं। नगर निगम का यह बजट पिछले साल के मुकाबले काफी ज्यादा है। पिछले साल निगम का बजट लगभग 180 करोड़ के लगभग ही था , इसके बाद बजट में 67 करोड़ की बढ़ोतरी की गई है। नगर निगम शिमला को साल भर विभिन्न तरह के टैक्स से 26 करोड़ की आय होगी।
बजट में शराब पर प्रति बोतल सेस 2 रुपये से बढ़ाकर 10 रुपये करने की घोषणा की गई। इसके साथ ही राजधानी में ग्रीन फीस ली जाएगी। एप के जरिये ग्रीन फीस वसूली जाएगी। इससे निगम को हर साल 10 करोड़ की आय होगी।
इसी तरह निगम को अनुदान में 43 करोड़ की राशि मिलेगी। नगर निगम की संपत्तियों से आई के रूप में 38 करोड़ और शहर में फीस और यूजर चार्ज के 20 करोड़ की राशि मिलने की उम्मीद है । पूंजीगत आय के रूप में नगर निगम को पूंजीगत आय के रूप में नगर निगम को 116 करोड रुपए किया है। केंद्र और राज्य सरकारों से अनुदान के रूप में मिलनी है। इसी तरह नगर निगम की साल भर 247.44 लाख रुपए की कुल आय होगी। निगम के व्यय पर गौर करें तो निगम को व्यय के रूप में 80 करोड रुपए सालाना स्थापना के खर्चे पर खर्च करने होंगे । इसके साथ ही रखरखाव पर खर्च की जानी है। इसके साथी अन्य तरह की ग्रांट व सब्सिडी 59 करोड़ 110 राजस्व व्यय साल भर रहेगा। नगर निगम में साल भर विभिन्न तरह के विकास कार्य होने के लिए 89 करोड़ का प्रावधान है। शहर में जो काम काम चल रहे हैं, उन पर 47 करोड़ का बजट खर्च किया जाएगा। इस तरह पूंजीगत व्यय का खर्च 136 करोड़ के लगभग रहने की उम्मीद है। ऐसे में पूरे साल नगर निगम का वह 247 करोड़ 24 लाख रहेगा । वही यह व्यय यह व्यय नगर निगम की सालाना आय से 19 लाख 46 हजार रुपए कम है। ऐसे में नगर निगम का सालाना बजट 19 लाख के मुनाफे का है।
वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए पेश किए गए बजट में पहली बार पार्षद प्राथमिकता का प्रावधान किया गया है। पार्षद प्राथमिकता के तहत पार्षद अब अपने अपने वार्ड में 15 लाख रुपए तक के कार्य करवा सकेंगे। पार्षद प्राथमिकता के लिए पार्षद निधि के अलावा अलग से प्रावधान किया जाएगा। इस राशि से पार्षद अपने वार्ड में प्राथमिकता के आधार पर होने वाले विकास कार्य को करवा सकेंगे। मेयर सुरेंद चौहान की ओर से पेश किए गए बजट में यह प्रावधान किया गया है। इसके अलावा शहर के वरिष्ठ नागरिकों का बजट में विशेष ख्याल रखा गया है। शहर वरिष्ठ नागरिकों के मेडिकल टेस्ट के लिए नगर निगम घर से ही सैंपल एकत्र करेगा। इससे वरिष्ठ नागरिकों को सैंपल देने के लिए लैब तक नहीं जाना पड़ेगा।
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मालरोड का होगा सौंदर्यीकरणवित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए पेश किए जाने वाले बजट में शिमला के मालरोड को सुंदर बनाने का जिक्र भी किया गया है। इसके तहत मालरोड की सभी दुकानों में एक जैसे साइन बोर्ड लगाए जाएंगे। इसके अलावा मालरोड की सुंदरता में दाग लगा रहे विज्ञापन होर्डिंग्स की जगह एलईडी स्क्रीन लगाई जाएगी। इन सक्रीन पर अलग अलग कंपिनयों के विज्ञापन प्रदर्शित किए जाएंगे। इससे जहां नगर निगम शिमला का आय होगी, तो वहीं शहर भी सुंदर बना रहेगा।
आवारा कुत्ती की 100 फीसदी नसबंदी
शहर के लोगों व पर्यटकों के लिए समस्या बने शहर के आवारा कुत्तों से छुटकारा दिलाने का भी बजट में जिक्र है। शहर में 100 प्रतिशत आवारा कुत्तों की नसबंदी करवाई जाएगी। इसके लिए नगर निगम की ओर से डाग सेंसिज यानि कुत्तों की गणना भी की जा रही है। साथ ही आवारा कुत्तों में एक चिप इंस्टाल करने का प्रावधान भी है। ताकि कुत्तों की सेहत पर भी निगरानी रखी जा सके।
मेट्रो सर्विलेंस केंद्र खुलेगानगर निगम के वित्तीय वर्ष 2024 के बजट में शहर में मेट्रो सर्विलांस केंद्र खोलने का प्रावधान भी किया गया है। इसमें इंटेग्रेशन डिसेज सर्विलांस प्रोग्राम शहर में और शहर के आसपास के क्षेत्रों में महामारी फैलाने वाली बीमारियों की निगरानी करेगा। यह प्रोजेक्ट नेशनल वर्ल्ड बैंक और नेशनल हैल्थ मिशन के सहयोग से चलाया जाएगा। सर्विलांस केंद्र में लेबोरटरी स्थापित की जाएगी। इसमें महामारी फैलाने वाली बीमारियों पर शोध और नियंत्रण की प्रक्रिया पर काम किया जाएगा।हर घर में लगेगा क्यूआर कोडनगर निगम शिमला द्वारा डोर टू डोर गारबेज कलेक्शन मॉनिटरिंग सिस्टम तैयार किया जा रहा है। इस सिस्टम से प्रत्येक घर पर क्यूआर कोड लगाया जाएगा। इससे गारबेज कलेक्टर की उस घर के प्रति नगर निगम शिमला में उपस्थिति लग जाएगी। इसके कार्यान्वयन होने से कचरा संग्रहण और उसकी मात्र की और वास्तविक समय में घर घर पर कचरा संग्रहण की निगरानी हो पाएगी।
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