जनता ने तय कर लिया है कि इस बार हिमाचल प्रदेश में राज नहीं, रिवाज बदलेंगे। हमने उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में भी रिवाज बदला है, हिमाचल में भी रिवाज बदलेगा; नड्डा

 

शिमला।भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष  जगत प्रकाश नड्डा ने आज गुरुवार को हिमाचल प्रदेश के डलहौजी विधानसभा अंतर्गत सलूणी (चंबा) और कुटलैहड़ विधानसभा अंतर्गत झलेड़ा (ऊना) में आयोजित विशाल जनसभाओं को संबोधित किया और हिमाचल प्रदेश की जनता से हिमाचल प्रदेश में नया इतिहास लिखते हुए   प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी  के नेतृत्व में एक बार पुनः डबल इंजन वाली भारतीय जनता पार्टी सरकार बनाने का आह्वान किया।
भाजपा क अध्यक्ष जेपी  नड्डा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की जनता ने तय कर लिया है कि इस बार हिमाचल में राज नहीं, रिवाज बदलेंगे। हमने उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में भी रिवाज बदला है। असम, मणिपुर, गोवा में भी हमारी सरकार फिर से बनी है। हिमाचल में भी रिवाज बदलेंगे और  प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में डबल इंजन वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार फिर से भारी बहुमत से बनेगी। हमारे प्रधानमंत्री ने देश में रिपोर्ट कार्ड की संस्कृति विकसित की। पहले जब सड़कें बननी होती थीं तो चुनाव की पूर्व संध्या पर कांग्रेस की सरकार चूना लगा देती थी मानो कि वहां सड़क बनने वाला है और जैसे ही चुनाव समाप्त होता था और बरसात आती थी तो चूना धुल जाता था और इस तरह जनता को चूना लग जाता था। वही प्रदेश है, वही देश है लेकिन सही नेतृत्व आया तो सही मायनों में गरीबों की चिंता शुरू हुई।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का हिमाचल प्रदेश से विशेष नाता है। वे जब बाबा केदार का दर्शन करने गए थे तो हिमाचल प्रदेश की पारंपरिक वेशभूषा पहनकर गए थे जो उन्हें चंबा जिले की हमारी एक जनजाति माता ने अपने हाथ से बना कर गिफ्ट किया था। यह हमारे प्रधानमंत्री की अटूट शिवभक्ति को तो दर्शाता ही है, साथ ही यह चंबा और हिमाचल प्रदेश से उनके खासे लगाव को भी रेखांकित करता है। हिमाचल प्रदेश का विकास तभी हुआ है जब केंद्र में अथवा प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी है। अटल की सरकार ने हिमाचल को स्पेशल कैटेगरी स्टेट का दर्जा दिया था और इंडस्ट्रियल पैकेज भी दिया था लेकिन कांग्रेस की यूपीए सरकार आते ही हिमाचल प्रदेश से स्पेशल कैटेगरी स्टेट का दर्जा भी छीन लिया गया और इंडस्ट्रियल पैकेज भी वापस ले लिया गया। ये प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी हैं जिन्होंने बिना मांगे ही हिमाचल प्रदेश का स्पेशल कैटेगरी स्टेटस का दर्जा बहाल किया और यहाँ औद्योगिक विकास को एक नई गति दी। श्रद्धेय अटल जी ने अटल टनल का शिलान्यास किया था लेकिन कांग्रेस की यूपीए सरकार के 10 वर्षों तक इस पर कोई विशेष प्रगति नहीं हुई लेकिन हमारे प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी ने आते ही इस पर तेज गति से कार्य शुरू करवाया और तीन वर्ष के अंदर ही इसे पूरा कर राष्ट्र को समर्पित किया।
आम आदमी पार्टी पर जोरदार निशाना साधते हुए  नड्डा ने कहा कि एक पार्टी (आम आदमी पार्टी) यहाँ राजनीतिक पर्यटन के लिए आई लेकिन चुनाव का आगाज होने से पहले ही आत्मसमर्पण करते हुए यहाँ से चली भी गई। क्रीज पर टिकी ही नहीं। आखिर ऐसा क्यों हुआ? क्योंकि दिल्ली और पंजाब यहाँ से नजदीक है। हिमाचल की जनता को उनकी हकीकत समय रहते ही पता चल गई। हिमाचल की जनता जागरुक है और उन्हें मालूम है कि जो पार्टी दिल्ली और पंजाब की सत्ता में बैठी है, वह छल-कपट वाली पार्टी है। उस पार्टी को समझ में आ गया कि हिमाचल में उनकी दाल नहीं गलेगी, इसलिए वे दिल्ली से दूर गुजरात चले गए लेकिन वहां भी उनकी करारी हार होगी और उनकी उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड वाली दुर्दशा होगी।
कांग्रेस को कठघरे में खड़ा करते हुए माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस मतलब करप्शन और कमीशन। करप्शन, कमीशन और कांग्रेस एक-दूसरे के पर्यायवाची हैं। भारतीय जनता पार्टी सेवा भाव से काम करती है, कांग्रेस सत्ता का मेवा खाने के लिए काम करती है। कांग्रेस में ऊपर से नीचे तक सारे के सारे या तो जेल जाने को तैयार हैं या फिर बेल पर बाहर हैं। सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी और यहाँ के हिमाचल कांग्रेस के विधायक विक्रमादित्य भी बेल पर हैं। इसलिए मैं हिमाचल प्रदेश की जनता से अपील करता हूँ कि भारतीय जनता पार्टी को फिर से लाइए। ऐसे दस्तावेज मजूद हैं जिससे यह स्पष्ट होता है कि राजीव गांधी फांउडेशन ने 2006 में चीन की सरकार और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी से पैसा लिया और आगे भी लेते रहे। चीन से पैसा लेना क्या बताता है? कांग्रेस ने तो धारा 370 के खत्म करने का भी विरोध किया था।
 नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 2014 में कैबिनेट कमिटी ऑन सिक्युरिटी ने लेह तक की रेलवे लाइन की अनुमति दी लेकिन 2014 से लेकर 2017 तक वीरभद्र की सरकार में रेलवे लाइन के लिए जमीन नहीं दी गई। हमारी सरकार आने के बाद रेलवे लाइन के लिए जमीन उपलब्ध करायी गई और रेल लाइन बिछना शुरू हुआ। हमने हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज बनाने का प्रस्ताव दिया था लेकिन तात्कालीन कांग्रेस सरकार के मंत्री वीरप्पा मोइली ने उसका शिलान्यास करने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि मुख्यमंत्री वीरभद्र ऐसा नहीं चाहते हैं। मैंने कहा कि समय आएगा कि जब न आप रहेंगे और ना ही वीरभद्र । वीरभद्र के जाने के बाद हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज खुला।

 

 

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