December 22, 2024

तहबाजरियों ने सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा ,सरकार पर लगया अनदेखी का आरोप

शिमला राजधानी शिमला के तहबाजरियों ने वीरवार को आखिरकार प्रशासन और सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।  वीरवार को शहर के तहबाजारियों ने अपनी एक बैठक की।  इसमें सरकार से लेकर निगम प्रशासन पर अपनी अनदेखी का आरोप लगाया  है। तहबाजारियों के पदाधिकारियों का कहना है कि  चुनावों के समय उन्हें आश्वासन दिया था कि उनकी मांगों को गंभीरता से लिया जाएगा। इसे हल करने के लिए रास्ता निकाला जाएगा । वर्तमान में यह हालत है कि पिछले 20 से 30 दिनों से वे लोग कारोबार के नाम पर कुछ भी नहीं कर पा रहे हैं। उनके बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं । वह भी अपने मां-बाप की दिक्कत को समझते हुए उनके साथ आंदोलन पर जाने की तैयारी में  है।  उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि आने वाले समय में भी उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया और इस दिशा में कोई काम नहीं किया तो उन्हें मंजूरी मजबूरन सड़कों पर उतरना होगा।  इसकी पूरी जिम्मेदारी नगर निगम प्रशासन और राज्य सरकार की होगी।  बैठक के तहबााजारी एसोसिएशन के अध्यक्ष पवन ने  आरोप लगाया कि चुनावों से पहले कांग्रेस भवन में जाकर सभी ने कांग्रेस को समर्थन देने का फैसला लिया था।  इसी दौरान उन्हें पार्टी के पदाधिकारियों से लेकर स्थानीय नेताओं ने मांग को पूरा करने का वचन दिया था। इसमें साफ कहा था कि उनकी हर मांग को  उनकी मांगों को पूरा किया जाएगा । इसके बावजूद उनकी पूरी तरह से अनदेखी की जा रही है।  कहीं भी उनकी सुनवाई नहीं हो पा रही है। हालत यह हो चुकी है कि उनकी रोजी-रोटी पर भी अब संकट सताने लगा है।  बता दें कि शहर में पिछले कई दिनों से नगर निगम प्रशासन ने न्यायालय के आदेशों के बाद शहर के बाजारों से तहबाजारियों को उठाने का काम शुरू कर दिया है।  इनमें जो वैध रूप से बैठे हैं,  उन्हीं को कहीं बसाने का काम हो सकता है लेकिन जितने भी अवैध रूप से अपना कारोबार कर रहे हैं।  उनके लिए कोई भी स्थान शहर में देना निगम के लिए भी मुश्किल होगा।  इसलिए इन्हें फिलहाल कुछ दिन और राहत के लिए इंतजार करना पड़ सकता है।

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