शिमला।
देश के कई राज्यो में कोरोना के मामले बढ़ने लगे है। सूबे में भी कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है । राजधानी शिमला में कोरोना के मामले ज्यादा नहीं है लेकिन आईजीएमसी अस्पताल सतर्क हो गया है ओर अस्पताल में अब दोबारा से ऑपरेशन से पहले कोरोना टेस्ट करवाना अनिवार्य कर दिया गया है। बिंना कोरोना टेस्ट के अब कोई भी ऑपरेशन नही किया जाएगा। डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर ये फैसला अस्पताल प्रशासन ने लिया है। आईजीएसमी के एमएस डॉक्टर जनकराज ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय-समय पर कोरोना को लेकर जरूरी दिशा निर्देश दिए जाते हैं कोरोना के मामलों को देखते हुए और डॉक्टरों के सुरक्षा के मद्देनजर कोरोना टेस्ट करवाना अनिवार्य किया गया है डॉक्टरों की पहले ही कमी है यदि कोई डॉक्टर संक्रमित होता है तो 14 दिन तक उन्हें होम आइसोलेशन में रहना पड़ता है। ऐसे में एहतियात के तौर पर ऑपरेशन से पहले मरीजों का करो ना का टेस्ट करवाना जरूरी कर दिया गया है।
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