शिमला,।:पेंशनर्ज वेलफेयर एसोसिएशन शिमला शहरी इकाई की त्रैमासिक आम बैठक बुधवार को कालीबाड़ी हॉल में प्रधान मदन लाल शर्मा की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में करीब 400 पेंशनरों ने भाग लिया। महासचिव सुभाष वर्मा ने हाउस की कार्यवाही की जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार के प्रति पेंशनरों में व्यापक रोष है क्योंकि पिछले तीन वर्षों से संशोधित लीव इन्कैशमेंट, ग्रेच्युटी, कम्प्यूटेशन और अन्य वित्तीय लाभ अब तक जारी नहीं किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि जनवरी 2016 से जनवरी 2022 के बीच सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों के लाखों रुपये की देनदारियां सरकार को अभी चुकानी हैं। वक्ताओं ने यह भी कहा कि तीन वर्षों से लंबित पड़े चिकित्सा बिलों का तुरंत भुगतान किया जाए क्योंकि कई पेंशनर गंभीर बीमारियों से जूझते हुए समय पर बिलों की अदायगी न होने से दम तोड़ चुके हैं।
बैठक में यह भी कहा गया कि पेंशनरों ने अपने सेवा काल में कठिन भौगोलिक क्षेत्रों जैसे किन्नौर, लाहौल-स्पीति और पांगी में कार्य किया है और अब बुजुर्गावस्था में सरकार को उनके योगदान का सम्मान करना चाहिए।
महंगाई राहत का मुद्दा भी बैठक में प्रमुखता से उठा। पेंशनरों ने कहा कि जुलाई 2023 से जुलाई 2025 तक कुल 16 प्रतिशत महंगाई राहत बकाया है, जिसे अब तक जारी नहीं किया गया है। इस देरी पर सरकार की आलोचना की गई।
बैठक में निर्णय लिया गया कि सभी पेंशनर 17 अक्तूबर को शिमला में होने वाली रोष रैली में बढ़-चढ़कर भाग लेंगे। साथ ही नगर निगम से मांग की गई कि शहर के लगभग 16,500 वरिष्ठ पेंशनरों के लिए बैठने हेतु एक कमरा या विश्राम गृह आवंटित किया जाए।
इसके अलावा “पेंशनर्स टेलीफोन डायरेक्टरी” तैयार करने और आगामी पेंशनर्स दिवस पर समाजसेवा में सक्रिय वरिष्ठ पेंशनरों को सम्मानित करने का भी निर्णय लिया गया। बैठक में मदन धामी, दीप राम शमी, हरीचंद गुप्ता, नारायण दास, डॉ. शिवराज सिंह व भूपराम सहित कई वक्ताओं ने अपने विचार रखे।
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