शिलाई पिक अप दुर्घटना पर सरकार गंभीर, रोड सेफ्टी सेल शिमला से दुर्घटना सम्भावित सड़कों का जायजा लेने पहुंचे अधिकारी

शिमला  – सिरमौर जिला के उपमंडल शिलाई के कोटी उतरउ सड़क मार्ग में गत दिनों हुए पिकअप दुर्घटना के बाद प्रदेश सरकार  ने संज्ञान लेते हुए, रोड सेफ्टी सेल शिमला से अधिकारियों की टीम को सिरमौर भेजने के आदेश के बाद, आज रोड सेफ्टी सेल के अधिकारी अधिशाषी अभियन्ता रोजिफ शेफ व पुलिस उप-अधीक्षक अमर सिंह आज नाहन पहुंचे।
रोड सेफ्टी सेल के अधिकारी सहित आरटीओ सिरमौर सोना चौहान, राष्ट्रीय उच्च  मार्ग प्राधिकरण के अधिकारी व पुलिस विभाग की टीम ने आज नाहन-पांवटा उच्च मार्ग का निरीक्षण किया। यह टीम सिरमौर की सभी सड़कों व ब्लैक स्पॉट का जायजा लेगी और दुर्घटना के कारणों का पता लगाएगी।
आरटीओ सोना चौहान ने बताया कि नाहन से पांवटा सड़क का निरीक्षण करने के बाद पाया गया कि इस सड़क पर अधिकतर दुर्घटनाओं का कारण ओवर स्पीड है। इस सड़क पर मुख्यतः सभी गाड़ियां 60 से 80 किलोमीटर प्रति घंटा की रफतार से चलती पाई गई। जबकि हिमाचल के सभी एक्सप्रेस-वे पर अधिकतम स्पीड 65 किलोमीटर प्रति घंटा घोषित की गई है।
उन्हांेने बताया कि इस समय जिला में कुल 18 ब्लैक स्पॉट है और 129 दुर्घटना संभावित क्षेत्र है। इन 129 दुर्घटना सम्भावित स्थानों में से 22 राष्ट्रीय उच्च मार्ग व 107 अन्य सड़कों पर है। उन्होंने बताया कि जिला के सभी 18 ब्लैक स्पॉट को ठीक करने के टेंडर लग चुके हैं।
उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा जनवरी 2021 में स्पीड लिमिट के बोर्ड लगाने के निर्देश दिए जा चुके हैं इसके अतिरिक्त दुर्घटना साइन बोर्ड लगाने के लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी को आदेश भी जारी कर दिए गए है।

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