प्रदेश में तेजी से फैल रहा साइबर अपराध 10 महीनों में दर्ज हुए 4374 मामले

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शिमला : हिमाचल प्रदेश में साइबर ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं पुलिस की जागरूकता अभियान के बावजूद भी लोग लालच में आकर ठगों के चक्कर में पड़ जाते हैं और ठगी का शिकार हो रहे हैं यदि साइबर विभाग पुलिस थाना शिमला द्वारा जारी आंकड़ों को देखा जाए तो इस साल फाइनेंशियल ठगी के मामले बढ़े हैं जनवरी 2021 से लेकर 23 अक्टूबर 2021 तक अब तक 4374 मामले ठगी के दर्ज हुए हैं जिसमें फाइनेंशियल फ्रॉड के 1679 मामले  रहे हैं, सोशल नेटवर्किंग के 1453 अन्य शिकायत 1102 मोबाइल गुम होने के 140 मामले कुल शिकायत 4374 जबकि जनवरी में 364 शिकायत दर्ज हुई फरवरी में 347 मामले दर्ज हुए मार्च में 402 शिकायत दर्ज हुई अप्रैल में 399 मामले सामने आए मई में 573 मामले सामने आए जून में 322 शिकायतें दर्ज हुई जुलाई में 514 मामले दर्ज हुए अगस्त में 561 मामले दर्ज हुए सितंबर में 557 मामले दर्ज हुए और 23 अक्टूबर तक 335 मामले दर्ज हो चुके हैं साइबर विभाग पुलिस थाना शिमला ने मामले में गंभीरता से जांच करते हुए अधिकतर मामले सुलझा लिए हैं और पीड़ितों को पैसे भी वापस करवा दिए हैं साहिबाबाद पुलिस थाना शिमला ने जनवरी से लेकर 23 अक्टूबर तक 3182496 रुपय वापिस दिला दिए है जबकि 15 लाख के लगभग प्रोसेस में है और जल्दी ही वह भी पीड़ितों को वापिस करवा दिए जाएंगे।

साइबर विभाग शिमला ने इस साल 57 मोबाइल भी खोज निकाले हैं जो कि लोगों के द्वारा गुम हो चुके थे इस संबंध में साइबर पुलिस थाना शिमला के एएसपी नरवीर सिंह राठौर ने बताया कि लोगों की लापरवाही द्वारा साइबर ठग सक्रिय हैं और आए दिन ठगी को अंजाम दे रहे हैं उनका कहना था कि अधिकतर मामले पैसों को लेकर रहते हैं जिसमें साइबर अपराधी लोगों को झांसा देकर चाहे वो झांसा नौकरी दिलाने का हो यह इंश्योरेंस करवाने का हो या फिर लॉटरी का हो शातिर लोगों को अपने झांसे में ले लेते हैं और उन से ठगी करते हैं नरवीर सिंह राठौर ने बताया कि लोगों को जागरूक रहकर ऐसे किसी भी अज्ञात नंबर पर जानकारी साझा नहीं करनी चाहिए जो कि पैसों को ले लेकर हो उनका कहना था कि मोबाइल और कंप्यूटर पर भी अज्ञात व्यक्ति द्वारा भेजे गए एप्स लिंग को
डाउनलोड नहीं करना चाहिए क्योंकि उससे भी सारा डाटा साइबर अपराधी के पास चला जाता है और वह आसानी से ठगी कर लेता है

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