शिमला। आइजीएमसी के न्यू ओपीडी भवन व बी ब्लाक के स्पेशल वार्ड में पानी भर गया। न्यू ओपीडी भवन व बी ब्लाक के स्पेशल में पानी भरने के बाद यहां पर लोगों में हडकंप मंच गया था। न्यू ओपीडी के धरातल मंजिल व स्पेशल वार्ड में पूरी तरह से पानी भर गया। अस्पताल की धरातल मंजिल पूरी तरह से तालाब बन गया था। वहीं अस्पताल के स्पेशल वार्ड में भी पानी झरने की तरह बह रहा है। पानी को देख कर यहां पर लोगों ने इधर उधर जाना शुरू कर दिया था। लोगों को यहां पर रहने में डर लग रहा था। न्यू ओपीडी भवन में ये पानी आइजीएमसी के नाले से आया था।आइजीएमसी के प्रिंसिपल के आफिस को भी खाली करवा दिया है। इस आफिस को भी पूरी तरह से खाली करवा दिया है। इस भवन को भी अनसेफ घोषित किया गया है। इसके बाद इसको खाली करवा दिया है। अब अस्पताल पर खतरा मंडरा लगा है।सड़कों से नाले की तरह बह रहा था पानी
रास्ते बंद होने पर अस्पताल नहीं पहुंच पाए मरीज
शिमला में हुई भारी बारिश के चलते मरीजों को अस्पताल पहुंचाना मुश्किल हो गया। बीती रात से लेकर लगी बारिश ने चारों तरफ से रास्ते ही बंद कर दिए। राजधानी के तीनों सरकारी अस्पताल आईजीएमसी, डीडीयू, केएनएच में ओपीडी भी खाली ही रही। आईजीएमसी में जहां प्रतिदिन 3000 की ओपीडी लगती थी वहां पर सिर्फ 200 के आसपास की ओपीडी रही। वहीं केएनएच में 500 की जगह 50 से 70 के बीच ओपीडी रही और डीडीयू में जहां 1000 से 1500 की ओपीडी लगती थी वहां पर 100 से 150 की ओपीडी रही है। कुछ गंभीर को लाना मुश्किल हुआ। लोगों को घर पर ही दर्द सहन करना पड़ा। वहीं कहियों ने नजदीकी कैमिस्टों से दवाइयां खरीदी। लोग डर के चलते भी अस्पताल नहीं आए। लोगों को थी डर था की रास्ते में लैंडस्लाइड न हो जाएं। ऐसे में जो लोग पैदल आ सकते थे वही लोग अस्पताल आए। दूरदराज वाले मरीजों के लिए तो रास्ते ही बंद हो जाए थे। मरीजों के लिए चिकित्सकों द्वारा यह निर्देश दिए है की अगर संभव हो तो ही अस्पताल आए। वरना घर रहे और सुरक्षित रहें।
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आईजीएमसी में चिकित्सक किए अलर्ट
शिमला में कहीं पर भी अगर लैंडस्लाइड हो जाए और वहां पर लोग घायल होते है तो उसके लिए अस्पताल में पूरे इंतजाम किए गए हैं। आईजीएमसी में चिकित्सकों को पूरी तरह से अलर्ट लिया गया है। ताकि अस्पताल आने वाले मरीजों को परेशानियों का सामना न करना पेड़। बीते दिनों जब शिव बावड़ी व कृष्णा नगर में हादसा हुआ था तो उस दौरान सभी मरीजों को आईजीएमसी लाया गया था। उस दौरान भी अफरा तफरी मच गई थी। इस बार पहले ही चिकित्सक अलर्ट है।
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