शिमला। एनएचएम अनुबंध कर्मचारी संघ ने प्रदेश सरकार से स्थाई नीति बनाने की मांग कर रहा है।शनिवार को संघ के प्रदेशाध्यक्ष सतीश कुमार ने शनिवार को शिमला में पत्रकार वार्ता में बताया कि प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत लगभग 1700 कर्मचारी पिछले 24 वर्षों से कार्य कर रहे हैं। लेकिन आज तक किसी भी सरकार द्वारा इन कर्मचारियों के लिए नियमितिकरण की कोई स्थायी नीति नहीं बनाई गई है।उन्होंने बताया कि इन कर्मचारियों की बदौलत विभाग एवं प्रदेश सरकार बहुत बार राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत भी हो चुकी है। उन्होंने बताया कि क्षय रोगी उन्मूलन अभियान हो, स्कूल में पढ़ रहे बच्चों के स्वास्थ्य चैक का जिम्मा हो।कर्मचारी अपना काम बखूबी निभा रहे हैं।उन्होंने बताया बीते शुक्रवार को संघ के प्रदेश कार्यकारिणी मुख्यमंत्री स्वास्थ्य मंत्री एवं उद्योग मंत्री को एक बार पुनः अपनी नियमतिकरण की मांग के लिए मिली है, जिसके लिए सरकार द्वारा संघ को अतिशीघ्र इसे पूरा करने का दिया गया है।उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर भी विधायकों के माध्यम से सरकार को ज्ञापन सौंपा गया है।सरकार ने अच्छे ढंग से हमारी बात को सुना हमे उम्मीद है कि प्रदेश सरकार जल्द हमारे लिए स्थाई नीति बनाएगी।इनमें से कई कर्मचारी सेवानिवृत भी हो चुके हैं व सेवाकाल के दौरान 4 कर्मचारियों की मृत्यु भी हो चुकी है जो कर्मचारी सेवानिवृत हुए इन कर्मचारियों को कोई ग्रेज्यूटी का लाभ भी नहीं दिया गया। सरकार 24 वर्षों से कोई भी स्थाई नीति नहीं बना पाई है। उन्हाेंने बताया कि मार्च 2016 में सरकार ने एक अधिसूचना तक जारी कर दी थी परंतु वहां भी एनएचएम कर्मचारियों को नजरंदाज किया गया। उन्हाेंने कहा कि विभाग में हजाराें पद खाली है, जिन्हें एनएचएम कर्मचारियाें से भरा जा सकता है।
उन्होंने बताया कि इसके साथ ही सरकार एवं विभाग इन कर्मचारियों के लिए स्थायी नीति बनाने के अलावा अनुबंध पर भर्तियां कर रही है. हालांकि प्रदेश में ही इ गवर्नेस सर्व शिक्षा अभियान एवं मनरेगा के तहत रखे कर्मचारियों के लिए स्थाई ।नीति का लाभ मिल चुका है। उन्होंने बताया कि संघ को पूर्ण विश्वास है कि सरकार 24 वर्षों से अनुबंध पर कार्य कर रहे इन कर्मचारियों के लिए इस अनुबंध प्रथा को समाप्त कर अतिशीघ्र नियमित कर राष्ट्रीय स्तर पर भी मणिपुर सरकार की भांति सराहनीय कदम उठाएगी।
इन पदों पर दे रहे सेवाएं
कर्मचारी अकाउंटेंट, लैब तकनीशियन, एस टी एम.एम.टी एल एम. फार्मासिस्ट, ए एन एम. कंसल्टेंट, डी. पी. सी. आयूष चिकित्सक, बी पी एम, चालक, स्टाफ नर्स. सी एच ओ, डी आर टी वी वाडिनेटर, डाटा एंट्री आपरेटर आई इ.सी आफिसर, डेंटल मकैनिक डेंटल चिकित्सक आदि लगभग 54 कैटेगरी अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
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