शिमल: वाटर सप्लाई और टाइंमिग को लेकर एमसी हाउस में जमकर हंगामा हुआ। महापौर की अध्यक्षता में आयोजित हाउस में भाजपा पार्षदो ने वाटर सप्लाई और टाइंमिग को लेकर महापौर को घेरा। यही नहीं पार्षदो ने ग्रामीण क्षेत्रो के वार्डो के साथ वाटर सप्लाई को लेकर पक्षपात का आरोप जड़ दिया। जैसे ही महापौर सत्या कौंडल ने हाउस शुरू की घोषणा की बालूगंज से भाजपा पार्षद किरण बावा अपनी सीट से उठ गई और वाटर सप्लाई और टाइंमिग को लेकर महापौर से जबाव मांगा। पार्षद ने कहा कि उनके वार्ड में रात का 1 बजे वाटर सप्लाई दी जा रही है , जिससे वार्ड के लोग परेशान है। वहीं चार दिनो से वार्ड को र्प्याप्त सप्लाई नहीं मिल रही। जब संबधित जेई व एसडीओ को फोर करो तो वो फोन नहीं उठाते। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सौतेगा व्यवहार सिर्फ ग्रामीण क्षेत्रो के वार्डो के साथ हो रहा है, जिसमें टुटु और मज्याठ वार्ड के पार्षद भी उनके समर्थन में उतरें । इसके अलावा पूर्व महापौर कुसुम सदरेट ने भी वाटर सप्लाई और टाइंमिग को सवाल उठाए, उन्होंने कहा कि जेई और एसडीओ किसी प्रकार की जानकारी नहीं देते और अपना पल्ला ये कह कर झाड लेते है कि उन्हें कोई जानकारी नहीं, अगर इन अधिकारियों को जानकारी नही तो उन्हें रखने पर पूर्व महापौर से जवाब मांगा। वहीं इस मुददे पर महापौर व उपमहापौर ने भारी बारिश के परियोजनाओं में पैदा हुई गाद को वजह बताया , जिसपर पार्षद किरण बावा और कुसुम सदेरट और उपमाहपौर शैलंेद्र चौहान के बीच तू तू मै मै हो गई और एसजेपीएनएल के संबधित अधिकारियों को फोन करके मौके पर बुलाया गया। खेर इस संबंध में अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश देकर मामला शांत कर सदन की कार्यवाही शुरू करवाई गई। इस दौरान 23 प्रस्ताव सदन में पेश किए गए जिसमेें कुछ एक को छोड कर शेष प्रस्तावों को मंजूरी दे दी गई।
एमसी हाउस में खूब हंगामें के बाद खत्म हुए वाटर सप्लाई और टाइंमिग के मुददे के बाद पार्षद किरण बावा की हिम केयर कार्ड का मुददा उठाया। जिसके बाद फिर एक बार हाउस गर्मा गया। पार्षद ने कहा कि बीते दो महीने से हिम केयर कार्ड नहंी बने है, जबकि पार्षद वार्ड के लोगो से कार्ड की फीस ले चुके है। कार्ड बनाने वाले ठेकेदार की नलायकी के कारण पार्षदो को लोगो को जबाव देना मुश्किल हो गया है। वहीं इस मुददे पर दिवाकर देव शर्मा, संजीव ठाकुर , कुसुम सदरेट , अर्चाना धवन , सुनील धर, आनंद कौशल, किसी सूद व अन्य पार्षदो ने भी अपनी नाराजगी जताई और जल्द कार्ड बनाने या फिर 1100 रूप्या की फीस वापिस करने की मांग की। इस मुददे को लेकर सदन में हंगामा इतना बड़ गया कि महापौर सत्या कौंडल अपने सीट से उठ गई और बाहर निकल गई , वहीं उपमहापौर शैलेंद्र चौहान भी उनके पीछे सदन की कार्यवाही छोड़ कर उठ गई। खेर मामला शांत होने पर सदन की कार्यवाही शुरू की गई , जिसमें आयुक्त आशीष कोहली ने बताया कि हिम केयर कार्ड आईटी विभाग बनवा रहा है, एमसी से सिर्फ सहयोग किया । आईटी विभाग ने ही इस कार्य के लिए टेंडर किया है।वहीं पार्षदो की मांग पर आईटी निदेशक को पत्र लिख कर लंबित कार्डो को जल्द बनाने के लिए कहा जाएगा।
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