शिमला । सेना में जाने के लिए अब अगिनपथ योजना के तहत ही भर्ती होगी। 90 दिन के बाद 40 हजार युवा को 4 साल के लिए अगिनवीर बनाया जाएगा। यह बात आट्रेक शिमला में आयोजित प्रैस वार्ता के दौरान अति विशष्ट सेवा मैडल, विशिष्ट सेवा मैडल जनरल कंमाडेंड इन ऑफिसर सेना प्रशिक्षण कमांड सुरेंद्र सिंह मैहल ने कहीं। उन्होंने कहा कि अब अगिनपथ योजना के तहत 4 साल के लिए ही युवाओं को भर्ती किया जाएगा। जैसे ही 4 साल का कार्यकाल पूरा होगा तो उसके बाद 25 प्रतिशत युवाओं को उसी में से रेगुलर किया जाएगा और 53 प्रतिशत युवाओं को वापिस सामाज में भेजा जाएगा। रेगुलर उन्हें ही किया जाएगा जिसका अच्छा प्रदर्शन रहेंगा। रेगुलर अलग से कोई भर्ती नहीं होगी। ध्यान रहे भर्ती होने की लिए योगयता साढ़े सताराह साल से 21 साल होनी चाहिए। इसको लेकर प्रक्रिया तो गुरूवार से शुरू की जाएगी, लेकिन युवाओं की भर्ती 90 दिन बाद ही होगी। इसमें भर्ती होने के लिए क्वालिफिकेशन 10वीं और 12वीं रखी गई है। उन्होंने कहा कि सेना की वर्दी पहनने वालों का सपना अब पूरा होगा। ध्यान रहे की जब युवा भर्ती हो जाएगा तो 6 से 7 महिने की उसकी ट्रेनिंग होगी। उसके बाद उन्हें डयूटी दी जाएगी। सेना में भर्ती होने के लिए यह एक बेहतरीन निर्णय लिया गया है। उमींदवारों को आवश्यक सैन्य प्रशिक्ष्ण मौजूदा प्रशिक्षण केंद्रों में दी जाएगी। भारत के सपूत सैन्य बलों में अपनी बहुमूल्य सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। यह योजना देश तथा प्रदेश के युवाओं को सैन्य बलों में सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित करेगी। अग्निपथ एक दूरदर्शी योजना है जो देश की सेवा तथा राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए युवाओं को एक सुनहरा अवसर प्रदान करेगा। रोजगार अवसरों को भी बढ़ावा मिलेगा। अग्निपथ योजना के तहत देश में बाहरी व आंतरिक खतरों तथा प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए प्रशिक्षित कर्मियों की उपलब्धता को बढ़ाकर राष्ट्रीय सुरक्षा को सुदृढ़ किया जाएगा। वहीं बिना किसी आर्थिक दबाव के अपने भविष्य के सपनों को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। योजना के तहत अग्निवीरों को सर्वोत्तम संस्थानों में प्रशिक्षण प्राप्त करने तथा कौशल व योग्यता बढ़ाने का अवसर भी मिलेगा।
वीरगति प्राप्त होने वाले को मिलेंगा 1 करोड़
चार साल के कार्यकाल के दौरान अगर कोई युवा वीरगति को प्राप्त होता है तो उसे तकरीबन 1 करोड़ रूपए मिलेंगा। मृत्यु प्रतिपूर्ति 48 लाख का गैर अंशदायी जीवन बीमा लाभ, सैन्य सेवाओं की वजह से मृत्यु होने पर 44 लाख की ग्रेच्यूटी व बची हुई सैन्य सेवा काल का वेतन और सेवा निधि भी मिलेंगी।
पहले वाली भर्ती हुई रदद्
जो पहले भर्ती हुई थी और उसे रद्द कर दिया गया है। अब जो भी भर्ती होगी वह अगिनपथ योजना के तहत ही होगी। भर्ती को लेकर कहियों ने शायद फार्म भी भरे होगे उसे भी रद्द कर दिया गया है। कोरोना काल से वैसे भी भर्तियां बहुत कम ही हुई है। अब जब कोरोना के केस कम हुए तो भर्ती प्रक्रिया शुरू हो रही थी, लेकिन अब इससे रद्द कर दिया गया है।
यह मिलेंगा वितय लाभ
प्रथम वर्ष में 4.76 लाख, सेवा के दौरान सालाना बढ़ौतरी, चौथा वर्ष 6.92 लाख मिलेंगा। इसके अलावा रिस्क हार्डसिप, राशन, ड्रेस और यात्रा भत्ता भी मिलेगा। वहीं मासिक वेतन का 30 प्रतिशत अंशदान व्यक्ति विशेष द्वारा एवं समान अंशदान भारत सरकार द्वारा किया जाएगा। चार वर्ष की सैन्य सेवा की समाप्ति पर 11.71 लाख का भुगतान जिस आयकर में छूट उपलबध होगी। सेवा निधि पर 18.2 लाख तक का बैंक लोन का विकल्प होगा।
सेवा मुक्ति पर यह रहेंगा प्रावधान
चार वर्षों के उपरांत सेवामुक्ति होने वाले सैन्यकर्मी किसी भी प्रकार क पेंशन, ग्रेच्यूटी व भूतपूर्व सैनिक का दर्जा के पात्र नहीं होंगे। चार वर्ष की कार्य अवधि के पूर्ण होने पर अग्निवीरों को 11.71 लाख रूपए की एकमुश्त सेवा निधि पैकेज का भुगतान किया जाएगा।
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