मानव सेवा कोटखाई को पर्यावरण सरंक्षण के लिए मिला राज्य स्तरीय अवॉर्ड

 

शिमला: हिमाचल प्रदेश सरकार ने मानव सेवा कोटखाई को पर्यावरण सरंक्षण के लिए राज्य स्तरीय अवॉर्ड (मुख्यमंत्री सर्वोत्तम वन प्रधान समिति पुरस्कार ) नामक राज्य स्तरीय पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। वन विभाग हिमाचल प्रदेश सरकार के 72वें राज्य स्तरीय वन महोत्सव पर जिला कुल्लू के निरमंड में आयोजित राज्य स्तरीय विशेष कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने 50 हजार की प्रोत्साहित राशि के साथ मानव सेवा कोटखाई को यह पुरस्कार दे कर सम्मानित किया। मानव सेवा कोटखाई लगातार 12 वर्षों से पर्यावरण सरंक्षण के लिए असाधारण कार्य करता आ रहा है, संस्थान का मुख्य कार्य पृथ्वी के हर प्राणी की रक्षा करना है, जिस में पृथ्वी की हरियाली को भी संस्थान जीव मानता है। पृथ्वी की हरियाली को संरक्षित करने, स्वच्छ एवं निर्मल वातावरण का निर्माण, प्राकृतिक सौंदर्य को बढ़ावा देने, जंगली जानवरों एवं पक्षियों को भोजन की प्राकृतिक व्यवस्था, भूमि संचयन, भूमि कटाव रोकना, ओंशधिय स्त्रोत इत्यादि को मध्य नजर रखते हुए संस्थान की करीब एक दर्जन सदस्य ने फिल्ड कार्य किया है। पर्यावरण सरंक्षण केंद्र की स्थापना के साथ साथ संस्थान ने पर्यावरण में सहयोगी दुर्लभ प्रजाति बान व माहरू प्रजाति की नर्सरी तैयार करना, प्राकृतिक सौंदर्य के को बढ़ावा देने के लिए सडक़ के किनारे पोधा रोपण किया, ओंक्षधिय पोधे नीम व कास्मल प्रजाति को तैयार किया। वन्य जीव जंतुओं को प्राकृतिक भोजन के उद्देश्य से अनार इत्यादि प्रजाति के पौधे का उत्पादन किया। भूमि कटाव के लिए भी पौधा रोपण किया गया। सभी तथ्य को मध्य नजर रखते हुए विभिन्न वन्य प्रजातियों को तैयार करना तत्पशचात पौधा रोपण किया गया। पौधा रोपण के बाद लंबे समय तक उन पौधों का सरंक्षण करना इत्यादि असाधारण प्रतिभा के लिए हिमाचल प्रदेश वन विभाग ने मानव सेवा कोटखाई का राज्य स्तरीय अवॉर्ड के लिए चयन कर मानव सेवा कोटखाई के कार्य करने के तरीके को प्रोत्साहित किया है। पर्यावरण सरंक्षण की इस असाधारण मुहिम में संस्थान की चेयरपर्सन निर्मला धरमैईक, एडिशनल चेयरमैन मोहम्मद अली,  वाइस चेयरमैन केशव आजाद, निदेशक प्रबंध शालू जोदटा, प्रधान सुरेन्द्र कालटा, महानिदेशक दीपक शालटा, निदेशक विजय कुमार एवं शिशु पाल, संस्थापक बलवीर सिंह धर्माईक  का असाधारण योगदान रहा है।

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