शिमला।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ केशव नगर, शिमला द्वारा 2 अक्तूबर 2025 को संघ शताब्दी वर्ष एवं विजयदशमी के उपलक्ष्य में नगर एकत्रीकरण एवं पथ संचलन का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम बालूगंज क्रॉसिंग स्थित होटल होराइज़न नगर निगम पार्किंग प्रांगण में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ ध्वजारोहण, एकत्रीकरण और शस्त्र पूजन से हुआ जिसमें स्वयंसेवकों ने अनुशासनपूर्वक भाग लिया। इसके पश्चात पूर्ण गणवेशधारी स्वयंसेवकों का पथ संचलन निकाला गया जिसमें स्थानीय नागरिकों ने पुष्पवर्षा कर स्वयंसेवकों का स्वागत किया और संघ के प्रति अपना गौरव एवं सम्मान प्रकट किया। इस अवसर पर लगभग 230 स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में तथा समाज से 120 से अधिक बंधु-भगिनी उपस्थित रहे। कार्यक्रम उपरांत भोजन की व्यवस्था भी की गई।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में माननीय श्रीनिवास जोशी जी, सेवानिवृत्त भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी, साहित्यकार, लेखक एवं सामाजिक कार्यकर्त्ता तथा मुख्य वक्ता के रूप में प्रान्त कार्यवाह डॉ. चंद्र प्रकाश जी उपस्थित रहे।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय श्रीनिवास जोशी जी ने अपने संबोधन में पंच प्रण को जीवन में अपनाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि अनुशासन, संविधान और संस्कृति का सम्मान, पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता, सामाजिक समरसता और पारिवारिक मूल्यों का पालन ऐसे संकल्प हैं, जिन्हें व्यवहार में लाकर हम राष्ट्र कल्याण में अपना योगदान दे सकते हैं। उन्होंने संघ की समाज उत्थान और राष्ट्रीय एकता में भूमिका की भी सराहना की।
मुख्य वक्ता डॉ. चंद्र प्रकाश जी ने अपने उद्ृबोधन में कहा कि आज का दिन विशेष महत्व का है, क्योंकि हम विजयदशमी का पावन पर्व, संघ स्थापना दिवस और संघ की शताब्दी वर्षगांठ तीनों का उत्सव एक साथ मना रहे हैं। उन्होंने संघ की स्थापना, संघर्ष और विकास यात्रा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संघ व्यक्ति निर्माण से प्रारंभ होकर समाज संगठन की दिशा में आगे बढ़ा और आज राष्ट्र निर्माण की धारा में एक महत्वपूर्ण शक्ति बन चुका है। उन्होंने शक्ति पूजन और शस्त्र पूजन की परंपरा को भी स्पष्ट करते हुए कहा कि शक्ति के बिना शस्त्र और शस्त्र के बिना शक्ति अधूरी है, शस्त्र पूजन समर्पण का प्रतीक है और शक्ति संपूर्ण ब्रह्मांड की आधारशिला है।
अपने उद्बोधन में उन्होंने संघ के पंच परिवर्तन विषयों पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि सामाजिक समरसता, स्व का भाव, कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण और नागरिक कर्तव्य ऐसे विषय हैं जिन्हें जीवन में उतारकर हम राष्ट्र को परम वैभव की ओर अग्रसर कर सकते हैं। उन्होंने उपस्थित सभी स्वयंसेवकों से आह्वान किया कि वे पंच परिवर्तन के इन विषयों को अपने आचरण और व्यवहार में अपनाकर उन पर सतत कार्य करने का संकल्प लें तथा राष्ट्र को उन्नति की दिशा में ले जाने में अपना योगदान दें। यह आयोजन संघ के अनुशासन, समाजसेवा और राष्ट्र निर्माण के संकल्प का प्रेरणादायी प्रतीक रहा।
इस अवसर पर प्रांत प्रचारक संजय , प्रांत कार्यकारिणी सदस्य महीधर प्रसाद , प्रांत पर्यावरण संयोजक पवन कुमार, विभाग प्रचारक महेश्वर, जिला सघंचालक अजय सूद और नगर संघचालक लोकेश सूद सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
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