शिमला। कोरोना काल मे बहुत से युवाओं को अपना रोजगार छोड़ कर घर वापिस आना पड़ा ।ऐसे में बहुत से युवा मायूस हो गए थे । लेकिन ऐसे ही हताश लोगो के लिए पहाड़ की एक बेटी मिसाल बनी है बेटी ने न केवल घर बैठे रोजगार शुरू किया बल्कि हाथ से बने सामान की अलग पहचान बनाई जो अब लोगो की पहली पसंद बन रहा है।
ऐसा ही राजधानी शिमला के ऐतिहासिक गेयटी थियटर में लगे नीट एंगल द्वारा हाथ से बने ऊनी सामान की प्रदर्शनी में देखने को मिला। हाथ से बने ऊनी सामान जिसमे मफलर टोपी के साथ बैग शामिल है लोगो की पहली पसंद बन रहे है।
प्रदर्शनी को देखने के लिए स्थानिए लोगो के साथ पर्यटक भी काफी संख्या में आ रहे है।
ऐसे में जब प्रदर्शनी के आयोजक व नीटएंगल के अध्यक्ष ईशा कटोच ने बताया कि वह पिछले 6 सालो से गुड़गांव में कॉरपोरेट जगह ने अच्छी जॉब कर रही थी । 2020 में कोरोना संकट के समय उन्हें अपनी जॉब छोड़ कर शिमला घर वापिस आना पड़ा। उन्होंने हिम्मत नही हारी ओर निटिंग का काम शुरू किया ।उनका कहना था वैसे तो ऊनी वस्त्र सर्दियों में ही इस्तेमाल किया जाता है इसलिए उन्होंने ऊनी डिजानिर बैग ,जूट बैग, इत्यादि बनाना शुरू किया जो बाजार में बिकने वाले महंगे बैग का मुकाबला कर रहे है ओर लोगो की पसंद बन रहे है।।
उनका कहना था की उनके साथ कुछ महिलाएं भी जुड़ी है जो अपने छिपे हुए हुनर को सामने ला रही है।
उनका कहना था कि उनकी ऐसे महिलाओ से अपील है जो बुनने की कला जानती है और आगे बढ़ नही पा रही उन्हें उनके संस्था में अपनी कला को उभारने का मौका मिलेगा।
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