September 8, 2024

आइजीएमसी मेस के खाने में मरीजो को मिले कीड़े, एमएस ने दिए जांच के आदेश

 

शिमला।आई.जी.एम.सी. में प्रशासन व मैस की देखरेख करने वालों की एक बहुत बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां आपातकालीन वार्ड में एक मरीज के खाने में कीड़े निकल गए, जिससे की मरीजों के बीच अफरा तफरी मच गई। यह मामला सोमवार को तब सामने आया जब आपातकालीन वार्ड में मरीजों को दोपहर का खाना लाया गया। कर्मचारी ने जब मरीजों की थाली में खाना दिया तो तीमारदार ने मरीज को खिलाने से पहले ही उसमें किड़े देख लिए।

ऐसे में तीमारदार ने पहले खाने बांटने वाले कर्मचारियों से बात की, लेकिन उनका तर्क था कि वे खाना बांटने वाले है बनाने वाला कोई और कर्मचारी है। तभी गुस्साएं तीमारदार किड़े लेकर एम.एस. ऑफिस ही पहुंच गए और एम.एस. को भी किड़े दिखाए। इस दौरान एम.एस. ने तीमारदार को आश्वासन दिया की इसको लेकर गंभीरता से जांच करवाई जाएगी। बताया जा रहा है कि यह किड़े सफेद चने की दाल में थे। तीमारदारों का आरोप है कि अस्पताल में मरीज स्वस्थ होने आता है। अगर उसे किड़े वाला खाना खिलाया गया तो वह दोगुना बीमार हो जाएगा। वहीं यह भी सवाल उठने शुरू हो गए है कि क्या कर्मचारी बनाने से पहले दाले व चावल को अच्छी तरह से चैक नहीं करते है।

वहीं मैस में स्पेशल अधिकारी भी तैनात होता है जो कि खाने की क्वालिटी व अन्य चिजों को चैक करता है। इससे तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि मैस रामभरोसे चली हुई है। यहां पर ना तो कर्मचारी गंभीरता से काम कर रहे है और ना ही इंचार्ज कोई कदम उठा रहे है। मरीजों को किड़े वाला खाना खिलाना एक बहुत बड़ी बात है। जबकि मरीजों को सबसे पौष्टक आहार खिलाना चाहिए। इसको लेकर गंभीरता से जांच होनी चाहिए। यह जांच होना जरूरी है कि क्या जिस जगह से राशन की सप्लाई होती है वहां से ही गंदी दाले आई है या फिर मैस में कर्मचारियों द्वारा लापरवाही बरती गई है। आई.जी.एम.सी. हिमाचल का सबसे बड़ा अस्पताल होने के नाते यहां पर प्रदेश के कौने- कौने से लोग अपना इलाज करवाने आते है। ऐसे में अगर इनके साथ इस तरह की लापरवाही बरती गई तो बहुत बड़ी बात है। तीमारदारों ने प्रशासन से इसको लेकर कार्रवाई करने की मांग की है।
आइजीएमसी के एमएस डॉ जनक राज ने बताया कि
हमारे पास एक तीमादार कीड़े लेकर आया था। यह कीड़े क्या खाने में ही थे या किसी और चिज में थे। इसको लेकर जांच की जाएगी। हमने इसके बारे में डाइटेशन को बता दिया है। मरीजों को हमेशा ही अस्पताल में बेहतरीन क्वालिटी का खाना मिलता रहा है। आगे भी मरीजों को बेहतरीन क्वालिटी का खाना दिया जाएगा। मरीज निश्चित रहे और जो अस्पताल में खाना मिलता है वह ठीक होता है।

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