December 26, 2024

हिमाचल किसान कॉंग्रेस की  केंद्र  सरकार से  मांग स्वामीनाथन आयोग की सिफ़ारिशों को करे लागू 

शिमला हिमाचल प्रदेश किसान कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता कंवर रवीन्द्र सिंह ने आज जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया की म एस स्वामिनाथन का निधन 28 सितंबर 2023 को हुआ था उस से पूरे देश के किसानों को और कृषि को बहुत बड़ा नुक़सान हुआ है। उन्होंने बताया कि म एस स्वामीनाथन ने अपना पूरा जीवन भारत में कृषि को सुदृढ़ करने के लिए समर्पित किया। वो मेडिसिन की पढ़ाई करना चाहते थे परंतु बंगाल के 1943 के अकाल ने उन्हें अपनी पढ़ाई की दिशा बदलकर कृषि को ही अपना मुख्य शोध का क्षेत्र बनाया। उन्होने पचास के दशक में मेक्सिको की रॉकफेलर फाउंडेशन के वैज्ञानिक नॉरमन ई बोरलॉग को भारत आमंत्रित किया और भारत में पहली बार गेहूं की हाईब्रिड किस्मों का सफल रोपण पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा ke कुछ क्षेत्रों में किया। जब भारत अन्न की समस्याओं से जूझ रहा था उस समय उन्होंने देश में हरित क्रांति लाई और इसी के बल पर भारत गेहूं के उत्पादन में स्वायत्तता हासिल कर पाया। उन्होने फ़िलीपींस से धान की हाईब्रिड किस्मों को भी भारत में लाया जिससे भारत में चावल का उत्पादन कई सौ गुना बढ़ गया और भारत को कभी भी गेहूं और चावल का आयात नहीं करना पड़ा। पिछली कांग्रेस सरकार ने केंद्र में उनकी अगुवाई में एक आयोग का गठन किया जिसकी सिफ़ारिशें म एस स्वामीनाथन ने लगभग दस साल पहले केंद्र सरकार के समक्ष रखी। यह दुखद है केंद्र सरकार ने उन सिफ़ारिशों को अभी तक लागू नहीं किया परन्तु ऐसे तीन क़ानून लाए जिनसे सैकड़ों किसानों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा और फिर उन कानूनों को वापस लेना  पड़ा।यदि म एस स्वामीनाथन आयोग की सिफ़ारिशों को केंद्र सरकार मद्देनज़र रख के वो क़ानून लाए होते तो उसमें वो प्रावधान होते हैं जिससे कि कोई भी किसान हताश नहीं होता और शायद ऐसे क़ानून ही ना बनते जिन्हें वापस लेना पड़े।है ये दुखद है की एक ऐसे व्यक्ति जिन्होंने अपना पूरा जीवन भारत में कृषि के लिए समर्पित कर दिया उनके निधन पर केंद्र सरकार ने कोई शोक व्यक्त नहीं किया। जबकि ऐसे व्यक्ति के लिये राष्ट्रीय शोक की घोषणा होनी चाहिए थी। हिमाचल प्रदेश किसान कांग्रेस म एस स्वामीनाथन जी के योगदान को स्मरण करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि देती है और केंद्र सरकार से स्वामीनाथन आयोग की सिफ़ारिशों को लागू करने का आग्रह करती है।

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